हड़कंप. 62 सरकारी स्कूलों पर अधिकारियों ने किया निरीक्षण निरीक्षण से डीइओ के दावे की खुली पोल

एक बार फिर सरकारी स्कूलों का सच बेपरदा हुआ है. सोमवार को अलौली प्रखंड के सरकारी विद्यालयों के निरीक्षण में गड़बड़ी का खुलासा हुआ है. ताज्जुब की बात है कि डीइओ द्वारा सारे प्रतिनियोजन रद्द कर करने के दावे के बीच जमीनी हकीकत कुछ और है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों के टीम के निरीक्षण में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2016 2:36 AM

एक बार फिर सरकारी स्कूलों का सच बेपरदा हुआ है. सोमवार को अलौली प्रखंड के सरकारी विद्यालयों के निरीक्षण में गड़बड़ी का खुलासा हुआ है. ताज्जुब की बात है कि डीइओ द्वारा सारे प्रतिनियोजन रद्द कर करने के दावे के बीच जमीनी हकीकत कुछ और है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों के टीम के निरीक्षण में प्रतिनियोजन के खेल का खुलासा हुआ है. रिपोर्ट डीएम को सौंप दी गयी है. निरीक्षण में प्रतिनियोजन के अलावा शिक्षकों के गायब रहने के बाद अब कार्रवाई की तलवार लटक रही है.

खगड़िया : डीएम साकेत कुमार की पहल रंग लाने लगी है. सरकारी स्कूलों का डरावना सच एक बार फिर सबके सामने है. डीएम द्वारा सरकारी विद्यालयों की व्यवस्था में सुधार के एलान को अमलीजामा पहनाने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों के दल ने अलौली प्रखंड स्कूलों में धावा बोला.
डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान अनिल कुमार सिंह व डीपीओ मध्याह्न भोजन के नेतृत्व में करीब एक दर्जन अधिकारियों की टीम ने एक साथ 62 स्कूलों पर धावा बोलकर मुआयना किया तो कई गड़बड़ियां सामने आयी. बिना किसी सूचना के गुरुजी से लेकर प्रधानाध्यापक के गायब रहने, मनपसंद विद्यालयों में प्रतिनियोजन के खेल का खुलासा सहित कई गोलमाल सामने आने के बाद पूरी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी गयी है. जिसके बाद कार्रवाई की जद में आने वाले शिक्षकों में हड़कंप व्याप्त है.
डीएम के निर्देश पर अलौली प्रखंड के सुदूरवर्ती प्राथमिक विद्यालयों के निरीक्षण में गड़बड़ी उजागर
डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान व डीपीओ मध्याह्न भोजन के नेतृत्व में शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने किया निरीक्षण
कई सरकारी विद्यालयों बिना किसी सूचना के गायब पाये गये प्रधानाध्यापक व शिक्षक, एमडीएम मिला बंद
रटनाहा बलुआहा में एमडीएम बंद
रटनाहा बलुआहा में मध्याह्न भोजन बंद पाया गया. अधिकारिक सूत्रों की मानें तो कई और विद्यालयों में एमडीएम की लचर स्थिति पायी गयी है. इसी तरह मध्य विद्यालय रान-1 व 2, प्राथमिक विद्यालय मारनडीह, मध्य विद्यालय शहरबन्नी, प्राथमिक विद्यालय फुलतोड़ा, प्राथमिक विद्यालय पाठक टोला, मध्य विद्यालय अहुआ, प्राथमिक विद्यालय शिशवा, मध्य विद्यालय मांजबाड़ी, प्राथमिक विद्यालय उखरौरा, मध्य विद्यालय रामपुर, प्राथमिक विद्यालय शिशबन्नी, प्राथमिक विद्यालय
सरबजीता, मध्य विद्यालय अमौसी आदि में भवन निर्माण अपूर्ण पाया गया. जिसके बाद इन विद्यालयों प्रधानाध्यापकों पर प्राथमिकी की तलवार लटकने लगी है. 12 विद्यालयों में रंग रोगण नहीं किया गया था. जबकि चार विद्यालयों में रैंप नहीं बनाया गया था.
प्रतिनियोजन के खेल का खुलासा
डीपीओ सर्व शिक्षा अभियान अनिल कुमार सिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान कई विद्यालयों में अवैध ढंग से प्रतिनियोजन के खेल का खुलासा हुआ है. पूर्व जिला शिक्षा अधीक्षक सूर्यदेव पासवान के कार्यकाल से लेकर वर्तमान व पूर्व प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अलौली व जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा किये गये प्रतिनियोजन पर से परदा हटने के बाद पूरी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी गयी है. उन्होंने बताया कि मध्य विद्यालय चातर की दो शिक्षिका आभा कुमारी तथा अभिलाशा कुमारी करीब तीन वर्षों से मध्य
विद्यालय तारतर खगड़िया में प्रतिनियुक्ति किये जाने का खुलासा हुआ है. इसी तरह मध्य विद्यालय चातर में एक भी उर्दू छात्र नामांकित नहीं रहने के बावजूद एक उर्दू शिक्षिका की तैनाती इस स्कूल में किये जाने का परदाफाश हुआ है.
गायब गुरुजी पर कसेगा शिकंजा
सरकारी विद्यालयों में पठन-पाठन सहित सरकारी योजनाओं की स्थिति में सुधार के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निरीक्षण कर तत्काल रिपोर्ट पर कार्रवाई की रणनीति से लापरवाह गुरुजी की नींद उड़ गयी है.
निरीक्षण के दौरान दर्जनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापक से लेकर गुरुजी बिना किसी सूचना के गायब पाये गये. बताया जाता है कि कई विद्यालयों में महीनों से शिक्षक के गायब रहने का भी खुलासा हुआ है. साथ ही मनमानी पर से परदा हटने के बाद लापरवाह गुरुजी पर शिकंजा कसने की उम्मीद जतायी जा रही है.

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