जो विकास करे, उसी को देंगे वोट
जो विकास करे, उसी को देंगे वोट गोगरी. प्रखंड के कई पंचायतों में तसवीर बदलने का मतदाताओं ने मन बना लिया है. ऐसे मतदाता अभी कुछ स्पष्ट रूप से कहने को तैयार नहीं हैं. सिर्फ जिला पार्षद पद के प्रत्याशियों को छोड़ कर. चुनाव में सबसे अधिक मारा मारी सामान्य और सामान्य महिला सीट पर […]
जो विकास करे, उसी को देंगे वोट गोगरी. प्रखंड के कई पंचायतों में तसवीर बदलने का मतदाताओं ने मन बना लिया है. ऐसे मतदाता अभी कुछ स्पष्ट रूप से कहने को तैयार नहीं हैं. सिर्फ जिला पार्षद पद के प्रत्याशियों को छोड़ कर. चुनाव में सबसे अधिक मारा मारी सामान्य और सामान्य महिला सीट पर देखने को मिल रहा है. वह भी मुखिया पद के लिए . कई पंचायत में मुखिया पद के लिए दो-दो दर्जन प्रत्याशी भाग्य अजमा रहें है . सभी प्रत्याशी जीतने का दावा करते हैं. मतदाता स्पष्ट रूप से कुछ भी नहीं कहते. गांव में चौपाल में ग्रामीणों के बीच जो चर्चा सुनने को मिल रही है कि इस बार तसवीर बदल जायेगी, क्योंकि अच्छे लोगों को मुखिया बनाने से पंचायत का विकास के साथ सुख-दुख में साथ रहेंगे. कई पंचायत के मतदाताओं ने बताया कि मुखिया जो जीत जाता है. वह जीत के बाद देखने तक नहीं आता. विकास तो दूर की बाते है.अगर कोई भी लोगों को मुखिया से काम करना हो तो उसके लिए कई दिनों तक उनके दरवाजे का चक्कर लगाना पड़ता है. मतदाताओं ने बताया कि सबसे बड़ी बात तो यह है कि चुनाव जितने के बाद मुखिया जी आशियाना ही बदल देते हैं. पहले गांव में रहकर चुनाव लड़ते है. चुनाव जितने के दो-चार माह के बाद मुखिया गांव छोड़कर आस-पास की शहरों में अपना आशियाना बना लेते है. मुखिया के शहर में रहने से कोई भी काम समय पर नहीं हो पता. इस चुनाव में ऐसे प्रत्याशियों को वोट डालने से लोग परहेज कर सकते हैं.