दस हजार दीजिये… एक सप्ताह में काम हो जायेगा

अब आइडीबीआइ बैंक प्रबंधन पर रिश्वतखोरी के आरोप लगे हैं. राजद जिलाध्यक्ष के भाई प्रवीश कुमार ने आइडीबीआइ बैंक के सहायक प्रबंधक अभिषेक कुमार सिंह पर सीसी करने के एवज में दस हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए सदर थाना में आवेदन दिया है., लेकिन सामाचार लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2016 5:07 AM

अब आइडीबीआइ बैंक प्रबंधन पर रिश्वतखोरी के आरोप लगे हैं. राजद जिलाध्यक्ष के भाई प्रवीश कुमार ने आइडीबीआइ बैंक के सहायक प्रबंधक अभिषेक कुमार सिंह पर सीसी करने के एवज में दस हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए सदर थाना में आवेदन दिया है., लेकिन सामाचार लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी थी. इधर, बैंक प्रबंधन भी उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार आरोप लगाने वाले प्रवीश कुमार पर शिकंजा कसने की तैयारी में है.

खगड़िया : अबकी आइडीबीआइ बैंक के सहायक शाखा प्रबंधक पर सीसी करने के एवज में रिश्वत मांगने के आरोप लगे हैं. राजद जिलाध्यक्ष के भाई प्रवीश कुमार ने सीसी करने के एवज में रिश्वत मांगने के आरोप लगाते हुए आरबीआइ से लेकर बैंक के उच्चाधिकारियों को पत्र भेज कर कार्रवाई की मांग की है.
इस मामले को लेकर पीडि़त प्रवीश कुमार ने सदर थाना में आवेदन देकर सहायक प्रबंधक अभिषेक कुमार सिंह पर रिश्वत मांगने, नहीं देने पर बदतमीजी करने आदि का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. समाचार लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी थी. इधर, बैंक प्रबंधन ने सारे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए प्रवीश कुमार पर शिकंजा कसने के संकेत दिये हैं.
रिश्वत देने के बाद ही होगा काम! : बीते दिनों जिले के कई बैंकों पर लोन देने के एवज में कमीशनखोरी के आरोप लगने के बाद काफी हो-हंगामा मच चुका है. ताजा घटनाक्रम में आइडीबीआइ बैंक सवालों के घेरे में है. ऑरनिक हेल्थ केयर नामक कंपनी चलाने वाले बलुआही निवासी प्रवीश कुमार ने बताया कि आइडीबीआइ बैंक में खाते के लेन-देन को देखते हुए सहायक प्रबंधक अभिषेक कुमार सिंह ने सीसी करने का ऑफर दिया. जनवरी 2016 में सारे कागजात जमा कर सीसी के लिए आवेदन दे दिया गया, लेकिन कागजात जमा करने के बाद चार महीने से तरह तरह से बहाना बना कर दौड़ाया जा रहा था.
इस बात को लेकर 11 अप्रैल को बैंक शाखा पहुंचने पर सीसी से संबंधित जानकारी मांगने पर सहायक प्रबंधक अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि 10 हजार रुपये दे दीजिये… सात दिन में काम हो जायेगा. रिश्वत देने से इंकार करने तथा सीसी नहीं करने के कारण लिखित रूप से देने के लिए कहने पर सहायक प्रबंधक ने सीसी के कागजात का फाइल फेंक दिया. इसके साथ ही बदसलूकी करते हुए अंजाम भुगतने की धमकी भी दी गयी. पूरे मामले को लेकर पीड़ित प्रवीश कुमार ने सदर थाना में आवेदन दिया है.

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