सुन्नते रसूल है खजूर से रोजा खोलना

खगड़िया/गोगरी : माहे-ए-रमजान का पाक माह में खजूर की ज्यादा अहमियत होती है. खजूर से रोजा खोलना सुन्नते रसूल है. हजूर पाक पैगम्बर मुहम्मद सल्लल्लाह-ओ-वसल्लम रोजा खजूर से खोला करते थे. खजूर से रोजा खोलना सुन्नत ही नहीं सेहत के लिए भी फायदे मंद है. रोजा में खजूर खाने से ऊर्जा प्राप्त होता है. खजूर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2016 4:14 AM

खगड़िया/गोगरी : माहे-ए-रमजान का पाक माह में खजूर की ज्यादा अहमियत होती है. खजूर से रोजा खोलना सुन्नते रसूल है. हजूर पाक पैगम्बर मुहम्मद सल्लल्लाह-ओ-वसल्लम रोजा खजूर से खोला करते थे. खजूर से रोजा खोलना सुन्नत ही नहीं सेहत के लिए भी फायदे मंद है. रोजा में खजूर खाने से ऊर्जा प्राप्त होता है.

खजूर में ग्लूकोज, सूक्रोज व फ्रूक्टोज जैसी प्राकृतिक शर्करा पाई जाती हैं. जो ऊर्जा बढ़ाने में मदद करते हैं. इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है इसलिए यह सेहत के प्रति जागरूक लोगों के लिए बेहतरीन है.जबकि रोजा में फल का भी एक अहम महत्व माना जाता है. रमजान माह में फलों की मांग को देखते हुए फलों के दामों में इजाफा हो जाता है. खजूर हिन्दुस्तान में ईरान, ईराक, पाकिस्तान, सऊदी अरब, मिश्र और गुजरात से आता है.

खजूर के दाम प्रति किलो
अजवा – 2400 रु., तुनेशियन – 600 रु., फर्द – 300 रु.
अरबियन – 200 से 400 रु., इंडियन – 80 से 150 रु.
फलों के दाम प्रति किलो
सेब – 160 से 200, अंगुर – 200, अनार – 120 से 150
नारंगी – 140 से 150, मौसमी – 80, आम – 40 से 80
केला मालभोग – 80 रु़ दर्जन, केला सिंगापुरी – 50 रु़ दर्जन

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