रद्दी की टोकरी में डीएम के आदेश
खगड़िया : डीएम के आदेश को भी शिक्षा विभाग के अधिकारी रद्दी की टोकरी में डालने से नहीं हिचक रहे हैं. ऐसे में आमलोगों की शिकायतों पर शिक्षा विभाग के अधिकारी कितना गंभीर होंगे, क्या कदम उठाते होंगे यह अंदाजा लगा पाना मुश्किल हैं. इधर, शिकायतों की जांच से कतराने के पीछे अधिकारियों की मिलीभगत […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
July 17, 2016 9:26 AM
खगड़िया : डीएम के आदेश को भी शिक्षा विभाग के अधिकारी रद्दी की टोकरी में डालने से नहीं हिचक रहे हैं. ऐसे में आमलोगों की शिकायतों पर शिक्षा विभाग के अधिकारी कितना गंभीर होंगे, क्या कदम उठाते होंगे यह अंदाजा लगा पाना मुश्किल हैं. इधर, शिकायतों की जांच से कतराने के पीछे अधिकारियों की मिलीभगत की आशंका जतायी जा रही है.
ताजा मामला बेलदौर प्रखंड के मध्य विद्यालय ददरौजा से जुड़ा हुआ है. जहां सरकारी योजनाओं में हेराफेरी, एमडीएम में गोलमाल, पठन-पाठन की बदहाल स्थिति में सुधार व दोषियों पर कार्रवाई के लिये बीते 19 मई को डीएम के जनता दरबार में आवेदन दिया गया था. आवेदन के आलोक में डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को सात दिनों के अंदर जांच व कार्रवाई कर प्रतिवेदन सौंपने का आदेश दिया था.
लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों की जांच अब तक पूरी ही नहीं हो पायी है तो कार्रवाई का सवाल कहां से उठता है. सूत्रों की मानें तो पूरे मामले में टालमटोल रवैये के पीछे परदे के पीछे खेल का अहम रॉल है. जिसके कारण अधिकारी जांच व कार्रवाई से आनाकानी कर रहे हैं.
पोशाक राशि से छात्रवृत्ति तक का गोलमाल : डीएम को दिये आवेदन में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका उमा देवी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की गयी है. ग्रामीणों ने पोशाक राशि से लेकर छात्रवृत्ति वितरण में धांधली का आरोप लगाते हुए डीएम से शिकायत की गयी थी. इसके अलावा एमडीएम योजना में भी फरजी हाजिरी के सहारे गोलमाल की बात कही गयी थी. ग्रामीणों के अनुसार कई बार इसकी शिकायत शिक्षा विभाग के अधिकारियों से की गयी लेकिन अनसुना कर दिया गया. आखिर में डीएम दरबार में शिकायत की गयी लेकिन डीएम के आदेश पर अमल करना भी शिक्षा विभाग के अधिकारी मुनासिब नहीं समझ रहे हैं.
बीते दिनों चौथम प्रखंड के डुमरी पंचायत के आदर्श मवि पनसलवा के छात्रों ने एनएच 107 जाम कर दो वर्षों से छात्रवृत्ति व पोशाक राशि नहीं मिलने की शिकायत की थी. ऐसी शिकायतों की लिस्ट लंबी है लेकिन कार्रवाई के नाम पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के हाथ कांप रहे हैं.
एमडीएम में कीड़ा … खा रहे बच्चे
बीते दिनों मध्य विद्यालय चकला के एमडीएम में कीड़ा निकलने पर बवाल मच गया. ग्रामीणों व छात्रों ने धांधली के लिये जिम्मेवार प्रधान शिक्षक पर कार्रवाई की मांग की. इसी तरह अलौली प्रखंड के मध्य विद्यालय गढबन्नी में भी एमडीएम में पिल्लू मिलने पर अभिभावकों व बच्चों ने प्रखंड कार्यालय में जाकर बवाल काटा था. छात्रों का कहना था कि पहले भी एमडीएम में गड़बड़ी व कीड़ा मिलने की घटना हो चुकी है लेकिन मामले को दबा दिया गया.
मामला बेलदौर के मध्य विद्यालय ददरौजा में विभिन्न सरकारी योजनाओं की राशि के गोलमाल का
बीते 19 मई को शिकायत के बाद डीएम ने दिये थे सात दिनों के अंदर जांच कर कार्रवाई के आदेश
डीएम के आदेश भी शिक्षा विभाग की फाइलों में गुम, दो महीने बीतने के बाद भी जांच पूरी नहीं
यह काफी गंभीर मामला है. पूरे मामले में डीइओ से जवाब मांगा जायेगा कि किस परिस्थिति में विद्यालय की शिकायतों की जांच कर कार्रवाई नहीं की गयी है. इसमें लापरवाही बरतने वाले अधिकारी पर कार्रवाई की जायेगी.
जय सिंह, डीएम
विद्यालय में कहीं कोई धांधली नहीं हुई है. सारे आरोप मनगढंत है. बीते वर्षों के लंबित छात्रवृति का आवंटन नहीं मिलने के कारण इसका वितरण नहीं किया गया है. राशि मिलते ही वितरण कर दिया जायेगा.
उमा देवी, प्रधानाध्यापिका
मध्य विद्यालय, ददरौजा.