रोशन होंगे गरीबों के घर तैयारी. चौथम व बेलदौर प्रखंड में 4.50 करोड़ होंगे खर्च
खगड़िया के चौथम व बेलदौर प्रखंड में सौर ऊर्जा पर 4.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे जिसका लाभ लगभग छह हजार गरीब परिवारों को मिलेगा. इस योजना के तहत जीविका समूह से जुड़े परिवारों को इंटीग्रेटेड डोमेस्टिक एनर्जी सिस्टम किट उपलब्ध करवाया जायेगा. खगड़िया : अब गरीबों के घर-आंगन भी एलइडी बल्ब से जगमग होंगे. गरीबों […]
खगड़िया के चौथम व बेलदौर प्रखंड में सौर ऊर्जा पर 4.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे जिसका लाभ लगभग छह हजार गरीब परिवारों को मिलेगा. इस योजना के तहत जीविका समूह से जुड़े परिवारों को इंटीग्रेटेड डोमेस्टिक एनर्जी सिस्टम किट उपलब्ध करवाया जायेगा.
खगड़िया : अब गरीबों के घर-आंगन भी एलइडी बल्ब से जगमग होंगे. गरीबों के चेहरे पर खुशहाली लाने के लिये जीविका के माध्यम से क्रियान्वित होने वाली योजना पर काम शुरू कर दिया गया है. इसके लिये खगड़िया में 4.50 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. पहले चरण में बेलदौर के पांच हजार व चौथम के एक हजार गरीब परिवारों को इसका लाभ दिया जायेगा. इस योजना के तहत जीविका समूह से जुड़े परिवारों को इंटीग्रेटेड डोमेस्टिक एनर्जी सिस्टम (आइडीइपी) किट उपलब्ध करवाया जायेगा.
जिसमें सोलर लाइट सिस्टम पैनल के अलावा चार्जिंग प्वाइंट, मोबाइल चार्ज करने का उपकरण, उन्नत चूल्हा, चार्ज करने के उपकरण आदि प्रत्येक परिवार को उपलब्ध करवाये जायेंगे. प्रत्येक आइडीइपी किट की कीमत 7500 रुपये है. लाभ देने के लिये अभी लाभुकों को एक रुपये भी खर्च नहीं करना होगा. तीन हजार रुपये सब्सिडी व 4500 रुपये मामूली ब्याज के रूप में जीविका के माध्यम से लोन दिये जायेंगे. फिलहाल यह योजना बिहार के चार जिले पूर्णिया, गया, मधुबनी, खगड़िया में शुरू की गयी है. अगर ठीक-ठाक रहा तो अन्य जिलों में जल्द ही योजना का लाभ मिलने के आसार हैं.
गरीबों के चेहरे पर आयेगी खुशहाली : बताया जाता है कि इस योजना के क्रियान्वयन के बाद छह हजार परिवारों के चेहरे पर खुशहाली आने वाली है. आजादी के इतने वर्षों बाद भी कई गांव ऐसे हैं जहां बिजली नहीं पहुंच पायी है. ऐसे घरों में आज भी वैक्लपिक ऊर्जा स्रोतों से रोशन होते हैं. साथ ही इन घरों में आज भी लकड़ी के चूल्हे पर भोजन बना कर पेट भरने का जुगाड़ किया जाता है. इन सारी परेशानी को देखते हुए भारत सरकार के उपक्रम पॉवर वित्त कारपोरेशन की सहमति बाद टाटा इनर्जी रिसर्च इंस्टीच्यूट (टेरी) व जीविका के बीच करार हुआ है. इसके तहत चौथम व बेलदौर के छह हजार परिवारों के बीच इंटीग्रेटेड डोमेस्टिक एनर्जी सिस्टम (आइडीइपी) किट उपलब्ध करवाया जायेगा.
स्वच्छ ऊर्जा उत्पाद की एक ऐसी इकाई जिसमें सोलर पैनल, बैटरी, एलइडी बल्ब, चार्ज कंट्रोलर, केबल आदि गरीबों को दिये जाने की योजना का पहला चरण 30 अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. साथ ही इन उत्पादों की बिक्री के उपरांत रखरखाव के लिये 100 स्थानीय ऊर्जा उद्यमी भी इस परियोजना के तहत प्रशिक्षित किये जायेंगे. इसके कलपूर्जे के दुकान का जिम्मा भी जीविका से जुड़ी महिलाएं के कंधे पर होगा. इसके लिये ग्राम संगठन की महिलाओं को प्रशिक्षित भी किया जायेगा. इसके तहत जीविका के ग्राम संगठनों व संकुल स्तरीय संघों के साथ मिलकर लाभार्थियों का चयन किया जायेगा.
खगड़िया के चौथम व बेलदौर प्रखंड सौर ऊर्जा पर खर्च होंगे 4.50 करोड़ रुपये
भारत सरकार के उपक्रम पॉवर वित्त कारपोरेशन की सहमति बाद टाटा इनर्जी रिसर्च इंस्टीच्यूट (टेरी) व जीविका के बीच हुआ करार
स्वच्छ उर्जा तकनीकी कार्यक्रम के तहत टेरी के माध्यम जीविका से जुड़ी समूह की महिलाओं को मिलेगा लाभ
लाभुकों को मिलने वाले प्रत्येक आइडीइपी किट की कीमत 7500 रुपये में 3000 रुपये सब्सिडी देगी भारत सरकार
इंटीग्रेटेड डोमेस्टिक एनर्जी सिस्टम (आइडीइपी) के लिये जीविका के माध्यम से बाकी के 4500 रुपये मिलेगा लोन
30 अक्टूबर तक चौथम व बेलदौर के छह हजार परिवारों के बीच किट वितरण का लक्ष्य पूरा करने में जुटी जीविका
पहले चरण में चौथम व बेलदौर में जीविका की समूह की जुड़ी छह हजार परिवार की महिलाओं को इंटीग्रेटेड डोमेस्टिक एनर्जी सिस्टम (आइडीइपी) के तहत किट दिये जायेंगे. जिसमें एलइडी बल्ब के अलावा चार्जिंग प्वाइंट, उन्नत चूल्हा आदि शामिल रहेंगे. एक किट पर 7500 रुपये का खर्च आयेगा. जिसमें से 3 हजार रुपये भारत सरकार द्वारा सब्सिडी के तहत दिये जायेंगे. जबकि बाकी के 4500 रुपये जीविका के माध्यम से मामूली ब्याज पर लोन के रुप में लाभुकों को उपलब्ध करवाया जायेगा. यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब परिवारों के लिये क्रांतिकारी बदलाव लाने में सहायक होगी.
अमित कुमार,सामाजिक विकास प्रबंधक, जीविका.