कोसी का जल स्तर बढ़ने से लोगों की धड़कनें हुई तेज
जलस्तर बढ़ने से डूबा एप्रोच पथ. जल स्तर में बढ़ोतरी बाद डुमरी घाट समीप नाव से नदी पार करने में नाविकों के छूट रहे पसीने बेलदौर : कोसी नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी से इलाके के लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. बीते दिनों नदी के जल स्तर मे लगातार हो रही गिरावट से […]
जलस्तर बढ़ने से डूबा एप्रोच पथ.
जल स्तर में बढ़ोतरी बाद डुमरी घाट समीप नाव से नदी पार करने में नाविकों के छूट रहे पसीने
बेलदौर : कोसी नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी से इलाके के लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. बीते दिनों नदी के जल स्तर मे लगातार हो रही गिरावट से लोगों ने राहत की सांस ली थी. लेकिन दोबारा बढ़ते जल स्तर ने लोगों की धड़कन बढ़ा दी है. जलस्तर बढ़ने के कारण सूख चुके खेत,कटिंग एवं गांव टोले के संपर्क पथों पर एक से डेढ़ मीटर पानी भर गया है. धान के खेत में कोसी का पानी फैलने से किसानों की चिंता बढ़ गयी है. वहीं आवागमन संकट भी बढ़ गया है.
जल स्तर मे हुई बढोतरी से नौका परिचालन खतरे से खाली नहीं है. घाट पर बाइक समेत लोगों को चढ़ने उतरने मे पसीने उतर जाते हैं. कई बार तो लोग दुर्घटना का शिकार हो जा रहे हैं. नौका परिचालन के लिऐ बनाये गये घाट पानी में डूब जाने के कारण लोगों को काफी कठिनाई से जूझना पडता है. समस्याओं से जूझ रहे यात्रियों ने बताया कि सरकारी नाव एवं घाट के मरम्मत में सरकारी राशि के दुरूपयोग के कारण स्थिति और भयावह हो गयी है.
उसराहा घाट का एप्रोच पथ कटाव की चपेट में आकर तहस नहस हो गया है. इसके कारण निजी नाव संचालकों ने 4-5 बडे नावों को जोड़ कर उसराहा घाट समीप वैकल्पिक एप्रोच पथ के सहारे काम चलाना पड़ रहा है. डुमरी घाट से छह सरकारी नावों का परिचालन भी हो रहा है लेकिन पांव पैदल व बाइक चालक सेवा शुल्क देकर उसराहा घाट से ही नदी पार करना ज्यादा सुविधाजनक समझते हैं.
लोग इसे समय की बचत एवं निजी नाव संचालकों द्वारा दी जाने वाली सुविधा को कारण बताते हैं. विदित हो कि सितंबर माह के अंत तक कोसी शांत हो जाती थी लेकिन इसबार हुई बारिश कोसी बाराज द्वारा लगातार किये गये डिस्चार्ज के कारण नदी एक बार फिर उफान पर है.