वर्षों से अर्जित भूमि पर नहीं मिला था दखल फिर न फंस जाये कानूनी पेच

परबत्ता : प्रखंड मुख्यालय के ठीक सामने गत तीन दिनों से गंगा कटाव से विस्थापित 48 समर्थ परिवारों को प्रशासन द्वारा अर्जित भूमि पर दखल कब्जा दिलाने के लिए भूमि की मापी करायी जा रही है. डीएम के पत्रांक 270 दिनांक 30 जून 16 के द्वारा एसडीओ को आदेश दिया गया था कि भूमि मापी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 9, 2016 4:16 AM

परबत्ता : प्रखंड मुख्यालय के ठीक सामने गत तीन दिनों से गंगा कटाव से विस्थापित 48 समर्थ परिवारों को प्रशासन द्वारा अर्जित भूमि पर दखल कब्जा दिलाने के लिए भूमि की मापी करायी जा रही है. डीएम के पत्रांक 270 दिनांक 30 जून 16 के द्वारा एसडीओ को आदेश दिया गया था कि भूमि मापी के लिए बेलदौर अंचल के अमीन की प्रतिनियुक्ति की जाय. इस संदर्भ में पूर्व में परबत्ता के अंचल अधिकारी ने पत्रांक 309 दिनांक 26 फरवरी 16 के द्वारा डीएम से दखल कब्जा दिलाने के लिए विधिवत अमीन की प्रतिनियुक्ति करने का अनुरोध किया था. डीएम के निर्देश पर गोगरी के एसडीओ के ज्ञापांक 1035 दिनांक 13 जुलाई 16 के द्वारा अमीन की प्रतिनियुक्ति की गयी है.

प्रखंड में वर्ष 1977-78 में गंगा कटाव से विस्थापित परिवारों द्वारा कानूनी लड़ाई जीतने के बावजूद अब तक पुनर्वासित करने की दिशा में अब भी पहल करने की आवश्यकता बनी हुई है. इस कटाव में श्रीरामपुर ठुट्ठी, सिराजपुर, तेमथा, नौरंगा, राका, रुपौहली गांव के हजारों परिवार विस्थापित हुए थे. इसमें से दर्जनों परिवार अभी भी अपने लिए स्थायी आशियाने की चाहत में अपने दोस्तों और रिश्तेदारों की देहरी पर टिके हुए हैं. इनमें से परबत्ता पंचायत के रुपौहली गांव के 48 समर्थ परिवारों को अभी भी व्यवस्थित रूप से बसाया जाना बाकी है.

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