शुद्ध पेयजल नसीब नहीं

हालात . 129 पंचायतों में है आयरनयुक्त पानी, करोड़ों खर्च जिले की 129 पंचायतों में आयरनयुक्त पानी पाया जाता है. अबतक करोड़ों रुपये लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के नाम पर खर्च हो चुके, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है. खगड़िया : जिले में पीएचडी के करोड़ों रुपये लोगों को शुद्ध पेयजल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2016 5:52 AM

हालात . 129 पंचायतों में है आयरनयुक्त पानी, करोड़ों खर्च

जिले की 129 पंचायतों में आयरनयुक्त पानी पाया जाता है. अबतक करोड़ों रुपये लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के नाम पर खर्च हो चुके, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है.
खगड़िया : जिले में पीएचडी के करोड़ों रुपये लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के नाम पर खर्च हो चुके. लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुयी है. अभी भी लोग आर्सेनिक युक्त पानी पीने को मजबूर है. जिले की 129 पंचायतों में आयरन युक्त पानी पाया जाता है. वहीं गंगा एवं गंडक नदी के किनारे बसे गांवों में आर्सेनिक मिश्रित पानी पाया जाता है. जो स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक है. सहायक अभियंता विकास कुमार सिंह ने बताया कि पसराहा में पचास हजार गैलन क्षमता वाली जलमीनार का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. इस जलमीनार से लगभग 1250 परिवारों के बीच सप्लाई वाटर मुहैया करायी जाएगी.
उन्होंने बताया कि छह हजार 800 सौ मीटर सप्लाईवाटर का पाइप लाइन बिछाया गया है.जो आयरन मुक्त प्लांट लगाया गया है.वहीं दूसरी ओर शहर के उत्तरी क्षेत्र में ओवरब्रिज निर्माण के कारण कई महीनों से सप्लाई वाटर लोगों को मुहैया नहीं हो पा रही है.जबकि शहर के एन ए सी रोड में बीते 15 दिनों से सप्लाई वाटर लोगों के घंटों में नहीं पहुंच रही है. सहायक अभियंता ने कहा कि कार्य तेजगति से करायी जा रही है.शहर के पूर्वी केबिन रोडश, एमजी रोड, बखरी रोड, स्टेशन रोड, थाना रोड सहित अन्य मार्गों में सप्लाई वाटर की सप्लाई जा रही है.जल्द ही एन ए सी रोड में भी सप्लाई वाटर लोगों के घंटों तक पहुंचने लगेगी.
नल से गंदे पानी निकलने का शिकायत : मुख्यालय में नल से गंदे पानी की शिकायत प्राय मिलती रहती है. सप्लाई वाटर उपयोग करने उपभोक्ता को बीमारी की आशंका बनी रहती है जिसके कारण स्थानीय लोगों को शुद्ध पेयजल पीना सपना बना हुआ है.
बंद बोतल पानी पीने को विवश लोग
इन दिनों शहरवासी रोजाना 25 से 30 रुपये खर्च का पानी को विवश है.जबकि बंद बोतल बाली पानी की खरीदारी करने में लोगों को 15 से 20 रुपये खर्च करनी पड़ रही है.
कहते हैं शहरवासी
स्थानीय लोग रवि कुमार,पार्वती देवी, रूबी कुमारी, बसंत कुमार ने कहा कि वर्षोंं पहले शहर में पाइप लाइन बिछायी गयी थी.उसके बाद आजतक नई पाइप लाइन लगाये जाने के कार्य नहीं हुआ है. जर्जर हो चूके पुराने पाइप लाइन में जगह जगह लिकेज होने के कारण पानी का रिसाव यत्र तत्र होता रहता है .वही पाइप लाइन नाले के अंदर होने के कारण गंदे पानी लोगों को मुहैया हो रही है.

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