बैंककर्मियों की रात की नींद व दिन का चैन गायब

बैंकों में सुबह से लंबी होती जा रही है कतार लोगों के आक्रोश का करना पड़ता है सामना देख् लेने की मिलती है धमकी गोगरी : नोटबंदी आम लोगों के साथ-साथ बैंक कर्मियों के लिए भी किसी आफत से कम नहीं है. बैंकों में उमड़ रही भीड़ के कारण बैंक कर्मियों के पसीने छूट रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2016 1:48 AM

बैंकों में सुबह से लंबी होती जा रही है कतार

लोगों के आक्रोश का करना पड़ता है सामना
देख् लेने की मिलती है धमकी
गोगरी : नोटबंदी आम लोगों के साथ-साथ बैंक कर्मियों के लिए भी किसी आफत से कम नहीं है. बैंकों में उमड़ रही भीड़ के कारण बैंक कर्मियों के पसीने छूट रहे हैं. प्रतिदिन भीड़ के कारण इन्हें लोगों के आक्रोश का शिकार भी होना पड़ रहा है. इतना ही नहीं प्रतिदिन देख लेने की धमकियां भी मिल रही है. एक तो 12 घंटे तक काम ऊपर से धमकियां, बैंक कर्मियों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है.
पुराने नोट के बंद होने व नोट बदलने के कारण बैंकों में जो भीड़ उमड़ रही है, उस स्थिति में लोगों की उम्मीदों को बैंककर्मी कैसे पूरा कर रहे हैं इसकी मिसाल मंगलवार को कैनरा बैंक के शाखा में देखने को मिली. जहां शाखा प्रबंधक, एकाउटेंट सहित कर्मियों ने कई परेशानियों के बावजूद सहजता के साथ आमलोगों का काम किया.
जब देर रात तक लोग बैंक में डटे रहे तो उन्हें समझाने का भी प्रयास बैंक कर्मियों व शाखा प्रबंधक की ओर से मुस्कुरा कर किया जा रहा था. पूरे दिन काम करने के बाद भी देर शाम को ये कर्मी लोगों से बड़ी सहजता के साथ कल आने की मिन्नत कर रहे थे. इतना ही नहीं नाम नहीं छापने की बात पर बैंक कर्मियों ने बताया कि फिलहाल तो जैसी स्थिति बनी हुई है उसके कारण उन्हें बैंक में लोगों के आक्रोश का शिकार तो होना पड़ ही रहा है, घर परिवार में भी कलह उत्पन्न हो रही है.

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