तीन माह के अंदर हो चुकी है दो किसानों की हत्या

दुस्साहस . दियरा क्षेत्र में शुरू हो गया आतंक का खेल दियरा क्षेत्र में इन दिनों कलाई फसल व मछली शिकार को लेकर दो गुटों में वर्चस्व कायम करने के लिए निरीह किसानों को निशाना बनाया जा रहा है. अगर पुलिस समय पर नहीं चेती तो आगे और भी हत्याएं होने से इनकार नहीं किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2016 4:48 AM

दुस्साहस . दियरा क्षेत्र में शुरू हो गया आतंक का खेल

दियरा क्षेत्र में इन दिनों कलाई फसल व मछली शिकार को लेकर दो गुटों में वर्चस्व कायम करने के लिए निरीह किसानों को निशाना बनाया जा रहा है. अगर पुलिस समय पर नहीं चेती तो आगे और भी हत्याएं होने से इनकार नहीं किया जा सकता है.
कुरसेला : अपराधियों के आतंक से दियरा क्षेत्र लहूलुहान होने लगा है. कलाई फसल व मछली शिकार को लेकर दो आपराधिक गिरोह में वर्चस्व की लड़ाई छिड़ चुकी है. दियरा में रहने वाले निरीह बेबस किसान आपराधिक गिरोहों के निशाना बन रहे हैं. कलाई फसल की बोआई के समय थाना क्षेत्र के मलेनियां गांव के 45 वर्षीय किसान राज कुमार मंडल की जरलाही दियरा में गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. जरलाही दियरा क्षेत्र में किसान की हत्या की यह दूसरी घटना है.
सूत्रों के अनुसार दियरा में विगत सप्ताह अपराधियों ने कई पशुपालकों के बासा पर पहुंच कर दर्जनों भैंस को गंगा नदी में बहा दिया था. अपराधी पशुपालक किसानों में आतंक पैदा कर दियरा से भाग जाने को मजबूर कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि इस बार गंगा नदी व इससे जुड़ी नदियों, जलाशयों में बड़ी संख्या में मछलियां आयी हैं
इसके शिकार पर अपराधियों की निगाह टिकी है. इसी तरह काला सोना के रूप में कलाई फसल पर कब्जा जमाने के लिए अपराधियों द्वारा आतंक फैला कर किसानों को दियरा छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है. किसानों की हत्या अपराधियों के उसी रणनीति का हिस्सा है, जिसने दियरा में खौफ भरना शुरू कर दिया है.
कलाई उड़द के फसल पकने और कटने में अभी कुछ महीने का विलंब है. कुछ सालों से शांत दियरा का क्षेत्र एक बार फिर अपराधिक गिरोहों के आतंक से दहल उठा है. सूत्रों की मानें, तो जरलाही दियरा क्षेत्र से किसान का अपहरण कर हत्या गिरोहों के बीच संघर्ष का हिस्सा है. सूत्रों का मानना है कि दियरा का भूभाग मछली शिकार व कलाई फसल पर अाधिपत्य को लेकर आने वाले दिनो में और अधिक अशांत हो सकता है.
निर्दोष मारे जा रहे : दियरा में कलाई फसल की बोआई के समय से लेकर अब तक दो किसानों की अपराधियों द्वारा हत्या की जा चुकी है. मलेनियां गांव के राजकुमार मंडल की जरलाही दियरा में 24 सितम्बर को गोली मार हत्या कर दी गयी थी. इसी तरह बखरी स्टेशन के समीप बांध पर घर बना कर रहने वाले शंकर मंडल का इनके बासा से गत 16 नवंबर को अपराधियों ने अपहरण हत्या कर दी और शव को गंगा नदी में फेंक दिया था.
अनहोनी की आशंका से सहमे हैं लोग
संघर्ष को लेकर बनी है तनाव की स्थिति
अपराधियों के खौफ से दियरा के किसान दहशत में है. थाना क्षेत्र गोबराही जरलाही बटेशपुर का दियरा भूभाग आता है. फिलहाल अपराधियों का आतंक सबसे अधिक जरलाही दियरा इलाके में बना हुआ है. गोबराही दियरा के दुर्गास्थान टोला में पुलिस कैंप है.
पिछले साल घाट टोला और बटेशपुर दियरा में कलाई फसल की सुरक्षा के लिए दो और पुलिस कैंप दिये गये थे. इस वर्ष दोनों स्थानों पर पुलिस कैंप नहीं दिया जा सका है. सूत्रों का मानना है कि दियरा में वर्चस्व के लड़ाई की पृष्ठभूमि तैयार हो रही है. संघर्ष को लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है.

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