सड़क पर ही प्रेमी के साथ रचायी शादी
विधवा महिला ने तीन बच्चों को छोड़ प्रेमी के साथ रचायी शादी सड़क पर हुआ सिंदूरदान, राहगीर बने बाराती खगड़िया : अभी तक आपने घर या मंदिर शादी करते देखे हुए होंगे, लेकिन शहर के मुर्गियाचक में बीच सड़क पर एक ऐसी शादी हुई जहां ना ही बाराती थी और न ही बैण्डबाजा. लेकिन गवाह […]
विधवा महिला ने तीन बच्चों को छोड़ प्रेमी के साथ रचायी शादी
सड़क पर हुआ सिंदूरदान, राहगीर बने बाराती
खगड़िया : अभी तक आपने घर या मंदिर शादी करते देखे हुए होंगे, लेकिन शहर के मुर्गियाचक में बीच सड़क पर एक ऐसी शादी हुई जहां ना ही बाराती थी और न ही बैण्डबाजा. लेकिन गवाह था सड़क पर हर आने जानें वाले लोग. एक प्रेमी युगल ने बीच सड़क पर ही एक दूसरे के गले में माला डालकर व मांग में सिंदूर डालकर शादी कर ली. प्रेमी ने बीच सड़क पर ही प्रेमिका के मांग में सिंदूर डाला. जिसके बाद लड़की ने भी वर माला डाला. फिर पति का पैर छूकर आशीर्वाद लिया. इस दौरान सड़क से गुजरने वाले लोगों ने दोनों को आशीर्वाद भी दिया और दोनों चलते बनें. भले ही समाज कितना भी विरोध करें.
यह शादी चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल इस कहानी के पीछे एक और बात यह सामने आई की कविता (काल्पनिक) तीन बच्चे की मां है और राजु कुंवारा था. महज कुछ महीने पहले कविता के पति का लीबर कैंसर से मौत हो गई थी. जिसके बाद कविता ने तीन बच्चों के मोह को त्याग कर पड़ोसी राजू के साथ प्यार कर बैठी. लेकिन यह दोनों के परिवार को नागवार गुजर रहा था. जिसके कारण दोनों ने इस तरह से शादी किया. बहरहाल राजू और कविता के शादी का चर्चा है.जानकारी के अनुसार मुर्गियाचक निवासी राजु और कविता दोनों सालों से एक ही मुहल्ले में रहा करते थे. घर भी दोनों का आमने सामने था. देखते देखते दोनों में प्रेम हुआ और धीरे धीरे प्यार परवान चढ़ा. बात शादी तक गई लेकिन दोनों के घर वाले तैयार नहीं थे. दोनों ने घर से भागने के लिए सोचा लेकिन नोटबंदी के कारण उनके इस सोच पर पानी फिर गया. फिर क्या था दोनों ने बीच सड़क पर ही शादी करने की ठानी और साथ जीने मरने की कसमें खाकर शादी कर ली. इस शादी को लेकर दोनों के घर में भी जमकर विरोध हुआ लेकिन प्यार कहां मानने वाला.
दोनों के परिजन शादी में हुए शामिल
सड़क पर शादी होने की सूचना मिलने पर कविता की सास रेखा देवी और राजू के परिजन भी आएं. फिर बाद में दोनों को आशीर्वाद दिया. आसपास के लोगों का कहना था कि प्यार में कुछ भी संभव है. परिवार के कारण ही दोनों को सड़क पर शादी करनी पड़ी.