यूरिया के अधिक उपयोग करने से नष्ट होती है उर्वरा शक्ति

गोगरी : कोई किसान खेतों में बीज की बुआई के दौरान यूरिया का इस्तेमाल करता है तो सावधान हो जाएं. बुआई के समय यूरिया के इस्तेमाल से फसल को बिल्कुल लाभ नहीं होगा. चूंकि यूरिया का उपयोग फसल खड़ा होने पर करने से ही लाभ पहुंचता है. वहीं बुआई के दौरान किसान अगर केवल डीएपी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 8, 2016 4:46 AM

गोगरी : कोई किसान खेतों में बीज की बुआई के दौरान यूरिया का इस्तेमाल करता है तो सावधान हो जाएं. बुआई के समय यूरिया के इस्तेमाल से फसल को बिल्कुल लाभ नहीं होगा. चूंकि यूरिया का उपयोग फसल खड़ा होने पर करने से ही लाभ पहुंचता है. वहीं बुआई के दौरान किसान अगर केवल डीएपी का उपयोग कर रहे हैं तो भी फसल को ज्यादा लाभ नहीं होगा.

डीएपी के बदले एनपीके मिक्चर का उपयोग करें. इससे फसलों को नाइट्रोजन, फास्फोरस पोटाश तीनों ही मिल जाता है जिससे फसल उन्नत होती है. वहीं डीएपी में केवल नाइट्रोजन फास्फोरस ही होता है, जिससे फसलों को अधिक लाभ नहीं हो पाता है. इसकी जानकारी देते हुए प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि डीएपी का उपयोग करने वाले किसानों को अलग से पोटाश खरीदना पड़ता है, जिससे किसानों को अधिक खर्च हो जाता है. अगर किसान केवल एनपीके मिक्चर का प्रयोग करें तो कम खर्च में फसलों को तीनों पोषक तत्व मिल जाता है जिससे फसल भी अच्छा होती है.

बीएओ ने किया सावधान
बीएओ ने बताया कि किसी भी फसल के बीजों की बुआई के दौरान यूरिया का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करें. इससे किसानों को खर्च भी अधिक हो जाता है और फसल को कोई लाभ नहीं हो पाता है. यूरिया का इस्तेमाल फसल के खड़े होने के बाद ही करें.

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