छात्र जब बेहतर होंगे, तो शिक्षकों का मान बढ़ेगा

संबोधित करते वक्ता. खगड़िया : प्राथमिक विद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय स्तर के छात्र किसी भी विद्यालय का धरोहर है. शिक्षकों के द्वारा छात्र छात्राओं के भविष्य बनाने की दिशा में अच्छी ज्ञान दिया जा रहा है. और छात्र शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रहे है. तो शिक्षकों का मान हमेशा बढ़ता रहेगा. यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2016 5:26 AM

संबोधित करते वक्ता.

खगड़िया : प्राथमिक विद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय स्तर के छात्र किसी भी विद्यालय का धरोहर है. शिक्षकों के द्वारा छात्र छात्राओं के भविष्य बनाने की दिशा में अच्छी ज्ञान दिया जा रहा है. और छात्र शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रहे है. तो शिक्षकों का मान हमेशा बढ़ता रहेगा. यह बातें रविवार को स्थानीय कोसी महाविद्यालय सभागार में आयोजित एआईएसएफ के सेमिनार को संबोधित करते हुए जेएनयू के प्राध्यापक प्रो एसएम मालाकार ने कही.
उन्होंने कहा कि जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के बारे में सेमिनार में कई सवाल उठाये गये. भारत में शिक्षा का संकट, बेरोजगारी एवं समानता पर दुनिया के पूंजीपतियों की नजर है. शिक्षा का व्यवसायीकरण एंव अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप शिक्षा पर एक बड़ा संकट है. इसे दूर करने के लिए युवा छात्र छात्राओं को आगे आने की जरूरत है. सेमिनार का उद्घाटन संगठन के राज्य सचिव सुशील कुमार ने द्वीप प्रज्वलित कर किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश की आजादी के दौरान ही एआईएसएफ का गठन किया गया था. जो आज तक शिक्षा को एक समानता लाने को लेकर संघर्षरत है.
उन्होंने जिले में एआईएसएफ के कार्यकर्ताओं को शिक्षा को समान करने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया. सेमिनार की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डाॅ रामपुजन सिंह ने किया. वहीं संगठन के सचिव रजनीकांत ने कहा कि जिले में निरंतर गतिविधि चलाकर संगठन को मजबूत किया जायेगा. इस अवसर पर जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार, सह सचिव मिथिलेश कुमार, प्रभाकर सिंह, प्रभाशंकर सिंह सीताराम पंडित, प्रो अब्दुल सलाम, सुरेंद्र मेहता, रोशन , रजनीश, राजीव, लक्ष्मण, सीमाज्योति के अलावा प्राणेश कुमार ने सेमिनार को संबोधित किया.

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