रेलकर्मियों की प्रोन्नति पर ग्रहण

कार्रवाई. विभागीय प्रोन्नति में रिश्वतखोरी के खुलासे के बाद जांच शुरू रेलकर्मियों की प्रोन्नति में रंगेहाथ रिश्वत लेते रेलवे के टीआइ विनोद कुमार की गिरफ्तारी बाद रेलमंत्रालय के निर्देश पर पूरे मामले की जांच शुरू हो गयी है. फिलहाल 60 चतुर्थवर्गीय रेलकर्मियों को मिले विभागीय प्रोन्नति के लिए और इंतजार करना होगा. खगड़िया : रेलकर्मियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2017 5:21 AM

कार्रवाई. विभागीय प्रोन्नति में रिश्वतखोरी के खुलासे के बाद जांच शुरू

रेलकर्मियों की प्रोन्नति में रंगेहाथ रिश्वत लेते रेलवे के टीआइ विनोद कुमार की गिरफ्तारी बाद रेलमंत्रालय के निर्देश पर पूरे मामले की जांच शुरू हो गयी है. फिलहाल 60 चतुर्थवर्गीय रेलकर्मियों को मिले विभागीय प्रोन्नति के लिए और इंतजार करना होगा.
खगड़िया : रेलकर्मियों को विभागीय प्रोन्नति के लिये अभी और इंतजार करना होगा. खगड़िया में सीबीआई छापेमारी में एक गेटमैन से प्रोन्नति के एवज में रिश्वत लेते ट्रैफिक इंस्पेक्टर विनोद कुमार की गिरफ्तारी बाद पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. जिसके बाद विभागीय परीक्षा के तहत 60 रेलकर्मियों को दी गयी प्रोन्नति पर फिलहाल रोक लग गयी है. प्रोन्नति पैनल के जांच के आदेश दिये गये हैं. बता दें कि 16 नवंबर को खगड़िया रेलवे स्टेशन स्थित सरकारी क्वार्टर से महेशखूंट में कार्यरत गेटमेन संतोष दास से 20 हजार रुपये रिश्वत लेते टीआई को रंगेहाथ सीबीआई ने गिरफ्तार किया था.
छापेमारी में सीबीआई ने रिश्वत में दी गयी 20 रुपये के नये नोट, बैंक पासबुक सहित प्रोन्नति में रिश्वत के लेन-देन से जुड़ी डायरी भी जब्त किया था. इधर, पूरे मामले में उच्चस्तरीय रेल अधिकारियों के नाम आने से कोई भी रेल अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. रेल सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार रेल मंत्रालय के निर्देश पर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गयी है.
परेशान रेलकर्मी ने सीबीआई से की शिकायत : बताया जाता है कि महेशखूंट में कार्यरत गेटमैन संतोष दास को टिकट परीक्षक में प्रोन्नति मिला था. फाइनल लेटर देने के एवज में टीआई विनोद कुमार ने एक लाख रुपये रिश्वत की मांग की. जिसमें से पहला किस्त 50 हजार रुपये दे भी दिया गया. इस बीच बाकी के पैसे देने के बाद ही लेटर देने की शर्त टीआई ने रख दी. इससे परेशान गेटमैन संतोष दास ने सीबीआई में इसकी शिकायत की. जिसके बाद सीबीआई ने 16 नवंबर को खगड़िया रेलवे स्टेशन स्थित सरकारी क्वार्टर में छापेमारी कर रिश्वत लेते ट्रैफिक इंस्पेक्टर (टीआई) विनोद कुमार धर दबोचा था.
मिली जानकारी अनुसार सीबीआई की पूछताछ में टीआई ने रेलवे में विभागीय प्रोन्नति देने के एवज में बड़े पैमाने पर रिश्वत लेन-देन से जुड़े राज पर से परदा हटाया है. आने वाले दिनों में रिश्वतखोरी में लिप्त कुछ और रेल अधिकारियों की गरदन तक सीबीआई पहुंच सकती है.
टीआई पर लटकी बरखास्तगी की तलवार : सीबीआई के हत्थे चढ़े टीआई विनोद कुमार पर बरखास्तगी की तलवार लटक रही है. एक स्थानीय रेल अधिकारी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि छापेमारी में जब्त रिश्वत के नये नोट सहित अन्य सबूत टीआई के लिये मुश्किल बढ़ा सकती है. उन्होंने बताया कि चूंकि पूरे मामले की जांच सीबीआई कर रही है इसलिए पूरे मामले की तह तक पहुंचने की उम्मीद जतायी जा रही है. बताया जाता है कि छापेमारी के पूर्व रिश्वत के लेन-देन की रिकार्डिंग सहित अन्य सबूत सीबीआई के पास मौजूद हैं.
प्रोन्नति देने में रंगे हाथ रिश्वत लेते टीआई की गिरफ्तारी बाद 60 रेलकर्मियों को दी गयी प्रोन्नति पर लगी रोक
रेलवे में कार्यरत चतुर्थवर्गीय रेलकर्मियों को विभागीय प्रोन्नति के तहत तृतीय वर्ग में होना था प्रोन्नति
16 नवंबर को खगड़िया स्टेशन परिसर स्थित सरकारी क्वार्टर से रेलवे ट्रैफिक इंस्पेक्टर (टीआई) की हुई थी गिरफ्तारी
सीबीआई के हत्थे चढ़े ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने पूछताछ में रिश्वतखोरी में लिप्त अधिकारियों सहित कई राज पर से हटाया परदा
जानकारी अनुसार रेलवे में विभागीय परीक्षा के तहत चतुर्थवर्गीय रेलकर्मियों को तृतीय श्रेणी में प्रोन्नति मिलना था. प्रोन्नति पाने वालों में ट्रैफिक पोर्टर, गेटमैन, ट्रैकमैन, हमाल आदि रेलकर्मी शामिल थे. इसके लिये विभागीय स्तर पर लिखित परीक्षा ली गयी. जिसमें 112 रेलकर्मियों का रिजल्ट आया. जबकि 61 रेलकर्मियों का नाम पैनल में आया था.
इसी बीच प्रोन्नति लेटर देने के एवज में टीआई द्वारा रिश्वत का लेन-देन का खेल शुरू कर दिया गया. सूत्रों की मानें तो प्रति रेलकर्मी एक लाख रुपये का रेट फिक्स किया गया था. इस बीच एक रेलकर्मी की शिकायत पर सीबीआई की छापेमारी में रिश्वत लेते रंगेहाथ टीआई की गिरफ्तारी बाद 60 रेलकर्मियों को मिले प्रोन्नति की जांच शुरू हो गयी है. जिससे फिलहाल इन रेलकर्मियों को प्रोन्नति के लिये और इंतजार करना पड़ सकता है.

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