लक्ष्य से दूर है पीएम आवास योजना

ग्रामसभा के माध्यम से कराया जा रहा सूची का अनुमोदन खगड़िया : चालू वित्तीय वर्ष में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत लाभुकों को मिल पायेगा, फिलहाल इसमें संशय की स्थिति बनी हुई है. वजह साफ है कि अब चालू वित्तीय वर्ष समाप्त होने में महज चंद दिनों का ही समय शेष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2017 2:57 AM

ग्रामसभा के माध्यम से कराया जा रहा सूची का अनुमोदन

खगड़िया : चालू वित्तीय वर्ष में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत लाभुकों को मिल पायेगा, फिलहाल इसमें संशय की स्थिति बनी हुई है. वजह साफ है कि अब चालू वित्तीय वर्ष समाप्त होने में महज चंद दिनों का ही समय शेष रह गया है तो अभी विभाग को लक्ष्य प्राप्त हुआ है. ऐसे में लाभुकों के चयन के साथ-साथ उनका बैंक खाता अपडेट करने में भी समय लगेगा. बावजूद विभाग का दावा है कि वर्ष के अंत तक लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जायेगा. बताते चलें कि सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिले को 16801 गरीबों को योजना का लाभ देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था.
क्या है लाभुकों को चयन करने की प्रक्रिया
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभुकों का चयन वर्ष 2011 के सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना के आधार पर किया जाता है विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस जनगणना के आधार पर सरकार की ओर से अगले तीन वर्षो तक की सूची उपलब्ध करायी गयी है. ग्राम सभा के माध्यम से सूची का अनुमोदन कराया जा रहा है. खास बात यह है कि जारी सूची में किसी नये लाभुकों का नाम नहीं जोड़ा जायेगा. बल्कि जनगणना में यदि कोई गड़बड़ी है तो उन्हें सूची से हटाया जायेगा.
उसके बाद सूची में शामिल लक्ष्य के अनुरूप कोटिवार लक्ष्य पंचायत को दिया जाएगा. उसके बाद लाभुकों के खाते में राशि भेजी जाएगी. लेकिन यहां अधिकांश पंचायतों का न लक्ष्य निर्धारित हो पाया है और न ही ग्राम सभा में सूची का ही अनुमोदन हुआ है. इनमें से कई लाभुकों का खाता जन-धन योजना से खोला गया खाता है. जब तक जन-धन वाले खाता को केवाइसी से नहीं जोड़ा जायेगा तब तक खाता सामान्य खाता का रूप नहीं ले पायेगा. कारण जन-धन खाते में पचास हजार से अधिक राशि का लेन-देन संभव नहीं है. जाहिर सी बात है कि इन सब प्रक्रिया में समय लगेगा ही. इधर वित्तीय वर्ष को समाप्त होने में महज एक महीना का समय शेष है.

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