कलश स्थापन के साथ वासंतिक नवरात्र शुरू
खगड़िया : शक्ति की अधिष्ठात्री देवी की आराधना व उपासना का पर्व वासंतिक नवरात्र बुधवार से शुरू हो गया. इस बार प्रतिपदा व द्वितीय तिथि एक दिन होने से नवरात्र आठ दिनों का होगा. यह जानकारी जमालपुर बड़ी दुर्गा मंदिर के पुजारी पंडित कैलाश चंद्र झा ने दी. कलश स्थापना के पहले दिन ही माता […]
खगड़िया : शक्ति की अधिष्ठात्री देवी की आराधना व उपासना का पर्व वासंतिक नवरात्र बुधवार से शुरू हो गया. इस बार प्रतिपदा व द्वितीय तिथि एक दिन होने से नवरात्र आठ दिनों का होगा. यह जानकारी जमालपुर बड़ी दुर्गा मंदिर के पुजारी पंडित कैलाश चंद्र झा ने दी. कलश स्थापना के पहले दिन ही माता शैलपुत्री व ब्रहृाचारणी की पूजा हुई. तीन अप्रैल को महानिशा व चार अप्रैल को महाअष्ठमी व्रत और निशा पूजा होगी.
पांच अप्रैल को रामनवमी : चैती नवरात्र से ही नववर्ष के पंचांग की गणना प्रारंभ होती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार चैत्र नवरात्र के पहले दिन मां शक्ति अवतरित हुई थीं और देवी के कहने पर ही ब्रह्मा को सृष्टि निर्माण करने का आदेश दिया गया था. पंडित मदन मोहन झा बताते हैं कि पुराणों में वर्णन है कि नवरात्र के तीसरे दिन ही भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लेकर भक्तों का उद्धार किया था. भगवान विष्णु के अन्य अवतार माने जाने वाले भगवान श्रीराम का जन्म भी चैत्र नवमी को ही हुआ था. इस बार पांच अप्रैल को रामनवमी मनायी जायेगी.