सड़कें क्षतिग्रस्त, नाला आधा-अधूरा
वार्ड नंबर तीन के लोगों को खटक रही जनसुविधाओं की कमी, नाला व कचरा निस्तारण का नहीं है पुख्ता इंतजाम गोगरी : नगर पंचायत में पिछले पांच साल के कार्यकाल में यूं तो वार्ड नंबर तीन में विकास के लिहाज से कई कार्य हुए. इनमें मुख्य रूप से कई जगहों पर सड़कों व नालियों का […]
वार्ड नंबर तीन के लोगों को खटक रही जनसुविधाओं की कमी, नाला व कचरा निस्तारण का नहीं है पुख्ता इंतजाम
गोगरी : नगर पंचायत में पिछले पांच साल के कार्यकाल में यूं तो वार्ड नंबर तीन में विकास के लिहाज से कई कार्य हुए. इनमें मुख्य रूप से कई जगहों पर सड़कों व नालियों का निर्माण कराया गया. बावजूद कई सड़कें खस्ताहाल नजर आ रही हैं. बनने के बाद से कभी भी इनकी मरम्मत नहीं हुई. वहीं, इससे संबंधित कई योजनाएं धरातल पर नहीं उतर सकी हैं. वहीं कई जगहों पर नालों का आधा-अधूरा कार्य किया गया. जगह-जगह खुले नाले बीमारी को न्यौता दे रहे हैं.
साथ ही नालों में गंदगी व्याप्त है. नालों का दूषित पानी जगह-जगह सड़कों पर फैलता नजर आ रहा है. जगह-जगह अतिक्रमण के कारण कई इलाके विकास की धारा से कट चुके हैं. संकरी गलियों में जैसे-तैसे सड़कों का निर्माण कराया गया है. यहां न तो नाला की कोई व्यवस्था है न ही लाइट की.
कहते हैं लोग
वार्ड तीन के नोमन अंसारी ने बताया कि वार्ड में विकास का कोई कार्य नहीं हुआ. पार्षद ने अपने आसपास विकास का कार्य किया है. इससे पूरा वार्ड लाभांवित नहीं हो रहा.
वार्ड तीन के मोहम्मद शाद अंसारी कहा कि नाला में जगह-जगह गंदगी व्याप्त है. कई स्थानों पर पूरी तरह से नाला निर्माण नहीं हो सका. साफ-सफाई बद से बदतर होती जा रही है.
वार्ड तीन की अनीसा खातून ने कहा कि पार्षद ने केवल अपने क्षेत्र में काम किया है. हमलोग एक साल से वृद्धा पेंशन के लिए भटक रहे हैं अभी तक नहीं मिला है.
वार्ड तीन के आदिल अंसारी ने कहा कि वार्ड में थोड़ा बहुत विकास का कार्य हुआ है, लेकिन इससे वार्ड के लोगों को कोई फायदा नहीं मिला. आधे-अधूरे कार्य के बल पर विकास की बात बेमानी है
वार्ड तीन की शाहजहां खातून ने कहा कि गरीब लोगों को राजीव आवास योजना से वंचित रखा गया. हमलोगों के घरों में शौचालय आदि भी नहीं है. राशन- केरोसिन से भी वंचित हैं.
कहते हैं वार्ड पार्षद
वार्ड नंबर तीन के वार्ड पार्षद हसीब उद्दीन ने कहा कि वार्ड में विकास के कई कार्य किये गये. जगह-जगह सड़कों व नालियों का निर्माण कराया गया. जन कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाया गया. कुछ जगहों पर अतिक्रमण के कारण समुचित विकास कार्य नहीं हो सका. इसका स्थायी निदान नगर पंचायत के स्तर से किया जाना है.