दहेज को लेकर विवाहिता की हत्या मामले का आरोपित अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर
मृतक विवाहिता के पति, उसके दो देवर समेत सौढ़ दक्षिणी पंचायत के मुखिया पति राजेश मंडल एवं इसी पंचायत के सरपंच पति को भी आरोपित बनाया गया है
परबत्ता. प्रखंड अंतर्गत भरतखंड थाना में दर्ज दहेज को ले विवाहिता की हत्या मामले में फरार आरोपित को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर पायी है. बता दें कि इस कांड को लेकर मृतक विवाहिता के पति, उसके दो देवर समेत सौढ़ दक्षिणी पंचायत के मुखिया पति राजेश मंडल एवं इसी पंचायत के सरपंच पति को भी आरोपित बनाया गया है. पुलिस में शिकायत नहीं करने पर ही शव का चेहरा दिखाने की रखी शर्त विवाहिता के परिजनों ने दोनों जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाया है कि घटना की सूचना मिलने पर जब यह लोग पहुंच कर मृतक पुत्री का चेहरा दिखाने का अनुरोध किया तो इन्होंने दुर्व्यवहार किया. जनप्रतिनिधियों ने यह शर्त रखी कि पुलिस से शिकायत नहीं करेंगे तभी शव दिखाया जाएगा. बहरहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है. थाना अध्यक्ष रोशन प्रसाद ने बताया कि आवेदन के आधार पर कांड संख्या 14./2024 अंकित कर अनुसंधान जारी है. आरोपितों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. प्राप्त जानकारी के मुताबिक 17 अप्रैल को भागलपुर जिले के खरीक थाना क्षेत्र अंतर्गत सुराहा गांव निवासी इंदू देवी, पति सिंटू मंडल ने भरतखंड पुलिस को आवेदन देकर बताया कि विगत दो वर्ष पूर्व उन्होंने अपनी पुत्री मनीषा कुमारी का विवाह भरतखंड निवासी घनश्याम मंडल के 25 वर्षीय पुत्र अमित कुमार के साथ हिंदू रीति रिवाज के साथ किया. इससे पहले अपनी क्षमता के मुताबिक विवाह को लेकर लड़के वालों की सभी डिमांड उपहार के तौर पर देकर पूरी की शादी के बाद जब मनीषा कुमारी ससुराल गई तो सबकुछ ठीकठाक था. बाद में छह महीने से उसके पति और देवर मोटरसाइकिल की मांग करते हुए पुत्री को लगातार मानसिक एवं शारीरिक तौर पर प्रताड़ित करने लगे और अंततः 16 अप्रैल को हत्या कर उसका शव गायब कर दिया. गांव कुछ लोगों द्वारा सूचना मिलने पर पहुंचे तो उन्हें मृतक पुत्री का चेहरा तक नहीं दिखाया गया और उल्टे वहां के मुखिया पति एवं सरपंच ने आरोपितों का भरपूर सहयोग किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है