खगड़िया. सदर अस्पताल के जीएनएम स्कूल के प्रांगण में सोमवार को एडीएम आरती ने सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम अभियान का शुभारंभ किया. एडीएम ने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि पूरे अभियान के दौरान सभी लोग आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सामने ही फाइलेरिया कि दवा अल्बेंडाजोल और डीईसी का सेवन करें. किसी भी स्थिति में दवाओं का डिस्ट्रीब्यूशन नहीं हो. हर स्थिति में दवा का एडमिनिस्ट्रेशन सुनिश्चित होना चाहिए. उन्होंने कहा कि एमडीए अभियान के अंतिम तीन दिनों तक स्कूलों में बूथ लगाकर कर स्कूली बच्चों और शिक्षकों को फाइलेरिया कि दवा का सेवन कराया जाय. इस दौरान एडीएम ने छात्राओं को स्वयं फाइलेरिया की दवा खिलायी. मालूम हो कि अगले 14 दिनों तक आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया कि दवा का सेवन कराया जाएगा. इस दौरान दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, एक सप्ताह के मां बनने वाली महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार लोगों को फाइलेरिया कि दवा का सेवन नहीं कराना है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष जिले में लगभग 20 लाख से अधिक लोगों को फाइलेरिया कि दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए प्रभारी सिविल सर्जन डॉ संजीव कुमार ने बताया कि इस वर्ष जिले के सभी सात प्रखंड में रहने वाली 24,08,880 कि आबादी में से 20,47,523 लोगों को फाइलेरिया कि दवा खिलाई जाएगी. इसके लिए जिला भर में कुल 916 ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन टीम बनाई गई है. इसमें कुल 1532 आशा कार्यकर्ता, 111 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 183 वोलेंटियर और 87 सुपरवाइजर को लगाया गया है. मौके पर डीवीडीसीओ डॉ विजय कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, डीपीएम प्रभात कुमार राजू, डीसीएम सुब्रत दास, वेक्टर डिजीज कंट्रोल ऑफिसर मो शाहनवाज, वेक्टर बोर्न डिजीज सलाहकार बबलू कुमार साहनी, सदर हॉस्पिटल प्रबंधक प्रणव कुमार अली गोहर, पिरामल के डिस्ट्रिक्ट लीड सेराज हसन, प्रोग्राम लीडर करण कुमार, यूनिसेफ के प्रतिनिधि, बीएचएम, बीसीएम आदि मौजूद थे.
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