बेलदौर. प्रखंड क्षेत्र के महिनाथनगर गांव निवासी मनरेगा बीएफटी सपना कुमारी डाटा एंट्री आपरेटर के गलती का खामियाजा भुगत रही है. पीड़ित बीएफटी सेवा विस्तार की आस लिए दर दर की ठोकरें खाने को विवश है. इस मामले को लेकर पीड़िता कुमारी सपना सिंह करीब चार वर्षों से विभागीय अधिकारी, सांसद को आवेदन देते थक हार चुकी है. पीड़िता सपना के मुताबिक वे बेलदौर मनरेगा कार्यालय में बीएफटी पद पर जुलाई 2017 में योगदान दी. फरवरी 2020 तक सेवा में रही. लेकिन तत्कालीन डीडीसी रामनिरंजन सिंह द्वारा सेवा अवधि विस्तार पर यह कहकर रोक लगा दी गयी कि आपने बीएफटी अवधि में रहते हुए किस परिस्थिति में अकुशल मजदूर के रूप में डिमांड रजिस्टर कराया. इसको लेकर पूछे गए स्पष्टीकरण का जवाब देते इन्होंने मामले का पूरी पारदर्शिता से खुलासा भी किया कि डाटा एंट्री ऑपरेटर की लापरवाही के कारण वे मेरे नाम का मास्टर रोल निकाल दिये. वे इस योजना में ना ही अकुशल मजदूर के रूप में काम की है ना ही कोई मजदूरी की भुगतान ली है. पीड़िता के मुताबिक बेवजह डीडीसी द्वारा अनुबंध विस्तार पर रोक लगा दी गयी. उन्होंने डीडीसी से अनुबंध विस्तार करते हुए बकाया मानदेय का भुगतान करने की मांग किया है. इधर सांसद राजेश वर्मा ने डीडीसी को पत्र भेजकर आवश्यक पहल करने का निर्देश दिया है. वहीं डीडीसी अभिषेक पलासिया ने बताया पीड़िता का आवेदन मिलने के बाद मामले की जांच कर आवश्यक पहल की जाएगी.
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