Bihar News: खगड़िया. बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के कोसी नदी के जलस्तर में गिरावट शुरू होते ही कटाव का दंश झेलना नियति बनी हुई है. इसके कारण प्रभावित टोले के लोग बारहमासी कोसी के कहर झेल कड़ी इम्तिहान देने को वेवश बने हुए हैं, बावजूद जिम्मेदार कोई ठोस पहल करने में अभिरुचि नहीं लेकर मौन है. इससे प्रभावित इलाके के लोगों में घोर नाराजगी पनप रही है.
6 करोड़ की लागत से हुआ था कटाव निरोधी कार्य
कोसी नदी के जलस्तर में गिरावट से पचाठ गांव के ब्राह्मण टोला के पास कोसी कटाव शुरू हो गया. इसके कारण लोग कटाव के संभावित खतरे से सहमे हुए हैं. वहीं नदी की तेज धारा से शुरू हुऐ कटाव को देख प्रभावित टोले के चंदन झा, मोहित झा, मंखुश झा, रविभूषण झा समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि विगत 2 वर्ष पूर्व ही लगभग 6 करोड़ की लागत से उक्त स्थल करीब 1 किलोमीटर लंबाई में कटाव निरोधी कार्य करवाया गया था. लेकिन बीते एक सप्ताह से उक्त स्थल कोसी नदी के पश्चिमी भाग नदी में बहुत बड़ा बालू का छाड़न निकल चुका है. इसके कारण कोसी व बागमती नदी का संपूर्ण रूप से बहाव पचाठ गांव के किनारे से हो रहा है.
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कटाव निरोधी कार्य करवाने की मांग
नदी के बहाव की दिशा बदलने से कोसी बागमती की तेज धारा पचाठ के ब्रह्मण टोले समीप जिओ बाग एवं खंभा पर संपूर्ण रूप से प्रहार कर कटाव कर रही है. प्रभावित टोले के लोगों ने संभावित खतरे से आगाह करते बताया उक्त स्थल पर करारी मिट्टी भी है अगर एक-दो दिनों तक नदी का धारा इसी रूप में बना रहा तो भीषण काटाव होना प्रारंभ हो जाएगा. ग्रामीणों ने अविलंब उक्तस्थल पर कटाव निरोधी कार्य करवाने की मांग की ताकि संभावित भीषण कटाव के खतरों पर अंकुश लग सके.