ब्रजेश हत्याकांड, तरक्की देखकर दी हत्या
ब्रजेश हत्याकांड, तरक्की देखकर दी हत्या
प्रतिनिधि, बेलदौर
थाना क्षेत्र अंतर्गत कुर्बन पंचायत के सठमा गांव में घर के दरवाजे पर सो रहे ब्रजेश की हत्या की आग घटना के 10 दिन गुजर जाने के बाद भी सुलग रही है. हालांकि पुलिस की तत्परता से घटना में प्रथम दृष्टया आरोपित नहीं बनाये जाने के बाद भी पुलिस द्वारा संलिप्त आरोपितों को ढुंढ कर निकाल उसे पूछताछ कर न्यायिक हिरासत में भेजे जाने से लोग पुलिस की कार्यशैली की सराहना कर रहे हैं. ग्रामीणों की मानें तो बीते 16 अक्टूबर को सठमा गांव निवासी स्वर्गीय योगेंद्र यादव के 30 वर्षीय पुत्र ब्रजेश कुमार भारती की हत्या उसके अर्थी को कंधा देने वाले अपनों ने ही गोली मारकर दी. ग्रामीणों ने बताया कि ब्रजेश कुमार भारती अपने सभी चचेरे भाइयों में मेहनती व तेज तर्रार था. तेज तर्रार रहने के कारण उनके चचेरे भाई के आंखों का कांटा बनता चला गया. उसकी तरक्की से आक्रोशित होकर उसकी हत्या कर दी गयी. ग्रामीणों ने बताया कि ब्रजेश टीटी की परीक्षा देकर उत्तीर्ण होने की शत प्रतिशत उम्मीद से अपने रिजल्ट का इंतजार कर रहे थे, जो चचेरा भाई को पच नहीं रहा था. इस कारण उक्त युवक की हत्या हो गयी. हालांकि मामले को दबाने के इनके नजदीकी रिश्तेदारों ने महेशखूंट थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव निवासी कंचन यादव समेत पांच व्यक्ति को अभियुक्त बनाते मामले को भटकाने का प्रयास भी किया, लेकिन पुलिस की पैनी नजर से हत्यारोपित बच नहीं पाये. वहीं पुलिस उक्त मामले में संलिप्तता की भनक लगते ही मृतक के चचेरे भाई व चाचा को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया एवं हत्याकांड में संलिप्त अन्य अप्राथमिक आरोपित की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है, जबकि घटना में मृतक के परिजनों के ही शामिल रहने की बात उजागर होने से तरह तरह की चर्चाएं गरमाई हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है