खगड़िया. बुधवार की रात तटबंध को टूटने से बचाने में जुटे रहे ओलापुर गंगौर व चंद्रपुरा के कई बहादुर ग्रामीणों को सम्मानित किया जाएगा. डीएम ने सम्मानित किये जाने वाले ग्रामीणों की सूची तैयार करने के निर्देश दिये हैं. बताया जाता है 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इनलोगों को सम्मानित किया जा सकता है. डीएम श्री घोष ने बताया कि बूढ़ी गंडक के तटबंध को टूटने से बचाने के लिये ग्रामीणों ने काफी सहयोग किया है. बहादुरों की तरह डटे भी रहे और कंधे से कंधा मिलाकर खतरा टलने तक इनलोगों ने सहयोग भी किया. पूरी टीम एवं ग्रामीणों की कड़ी मेहनत का ही परिणाम है कि तटबंध को टूटने से बचाने में सफलता मिली है. जिसके लिये इन दोनों गांव के लोगों का सम्मानित किया जाएगा. गौरतलब है कि बुधवार की शाम इस तटबंध का 70-80 प्रतिशत भाग पानी में बह चुका था. स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. तटबंध को टूटने से बचा पाना कठिन चुनौती बन गई थी. लेकिन जिला-प्रशासन की पूरी टीम के साथ इन दोनों गांवों के दर्जनों लोग बांध को बचाने के लिये रातभर डटी रही. डीएम की एक अपील पर ये ग्रामीण योद्धा की तरह रात भर कटाव से लड़ते रहे. यानि अपने कंधों पर बोड़ी लाद कर कटाव वाले भाग में डालते रहे
.रात-दिन हो रहा कटाव स्थल पर कार्य : बीते 48 घंटे से लगातार ओलापुर-चंद्रपुरा के बीच क्षतिग्रस्त हुए बूढ़ी गंडक के उत्तरी तटबंध को सुरक्षित एवं मजबूत करने का काम जारी है. इन बीते दो दिनों के दौरान कटाव से क्षतिग्रस्त हुए गंडक के तटबंध को पूरी तरह से मिट्टी की बोरी से भरकर तटबंध के कटाव को पूरी तरह रोक दिया गया है. पानी की सतह से लेकर तटबंध के उपरी भाग तक हजारों बोरी डाले गए हैं. ताकि शेष बचे तटबंध को पानी की तेज बहाव के कहर से बचाया जा सके. तटबंध की वर्तमाण स्थिति देख यह कहा जा सकता है कि खतरा अब पूरी तरह टल चुका है. इधर डीएम आलोक रंजन घोष ने बताया कि क्षतिग्रस्त हुए तटबंध को पूरी तरह मजबूत व सुरक्षित किये जाने तक कार्य जारी रहेगा. उम्मीद है कि दो-तीन दिनों में पूरी तरह यह तटबंध सुरक्षित हो जाएगा. कटाव स्थल पर दिन-रात कार्य चल रहे हैं. अलग-अलग शिफ्ट में तकनीकी एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों की यहां (ओलापुर-चंदपुरा तटबंध) प्रतिनियुक्ति की गई है. इनकी देखरेख में डीएम ने कार्य होने की बातें कही गई है.
कटाव स्थल पहुंचकर डीएम ने बढ़ाया हौसला : बुधबार की देर शाम से कटाव स्थल पर लगातार जिला-प्रशासन की पूरी टीम कैम्प कर रही है. डीएम आलोक रंजन घोष, एसपी मीनू कुमारी सहित दर्जन भर से अधिक प्रशासनिक पदाधिकारी कटाव निरोधी कार्य पर नजर बनाए हुए हैं. गुरुवार की रात सदर एसडीओ धर्मेन्द्र कुमार कटाव स्थल पर मौजूद रहे. शुक्रवार को भी डीएम, डीडीसी समेत कई पदाधिकारी यहां पहुंचे. कटाव स्थल पर काम कर रहे मजदूरों का डीएम ने हौंसला बढ़ाया. तथा मौजूद रहे विभाग के तकनीकी पदाधिकारी से जानकारी ली. बताया जाता है कि डीएम ने विभागीय अभियंता एवं संवेदक को जल्द से जल्द तटबंध को दुरुस्त करने के निर्देश दिये.कहते हैं अधिकारी.तटबंध को टूटने से बचाने के लिये कटाव स्थल पर बहादुरों की तरह रातभर डटे रहकर सहयोग करने वाले ग्रामीणों को सम्मानित किया जाएगा. सूची बनायी जाएगी. फिलहाल पूरी तरह खतरा टल गया है. दिन-रात कटाव निरोधी कार्य चल रहे हैं. प्रशासनिक एवं तकनीकी पदाधिकारी कटाव स्थल पर मुस्तैद हैं. तटबंध को पूरी तरह मजबूत किये जाने तक कार्य जारी रहेगा.आलोक रंजन घोष, डीएम.