स्टेट हाइवे 95 का निर्माण कार्य चल रहा है. इसके तहत मानसी से लेकर फेनगो होल्ट तक सड़क का निर्माण हो रहा है, जबकि चार पुलों का निर्माण हो रहा है. इस बीच कात्यायनी रिवर पर बन रहे पुल के निर्माण कार्य को स्थानीय लोगों ने रोक दिया था. रैयत पहले मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. सूचना पर सीओ रवि राज व बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के सहायक अभियंता धीरज कुमार सहित निर्माण कंपनी सीगल इंडिया लिमिटेड के कई इंजीनियर पहुंचे. इस दौरान सीओ ने रैयतों को बताया कि जिस जमीन पर पुल बनना है. वह जमीन गैर मजरूआ खास किस्म की जमीन है. ऐसे में उस जमीन का मुआवजा नहीं मिल सकता है. सीओ ने कहा कि जिन रैयतों की जमीन पुल व सड़क में जा रहा है. वैसे कई रैयतों को मुआवजा मिल चुका है. कुछ रैयतों का मुआवजा की राशि लारा कोर्ट मुंगेर में जमा कर दिया गया है. ऐसे रैयत वहां जाकर अपना दवा पेशकर मुआवजा की राशि ले सकते हैं. इसके बाद अधिकारियों की टीम ने किसी तरह लोगों को समझा बुझाकर काम चालू करवाया. मौके पर कंसलटेंट इंजीनियर अरुण मिश्रा, राजवीर कुमार, अनीश अहमद, नील कमल, एडमिन मैनेजर मृत्युंजय कुमार आदि मौजूद थे.
575 करोड़ की लागत से हो रहा है निर्माण कार्यजानकारी के मुताबिक 575 करोड़ की लागत से स्टेट हाइवे का निर्माण किया जा रहा है. इसके तहत खगड़िया जिले में 14 किलोमीटर की सड़क का निर्माण हो रहा है, जिसमें चार नदियों में चार पुल का निर्माण होना है. बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के सहायक अभियंता धीरज कुमार ने बताया कि मानसी से लेकर सात किलोमीटर में पुराने सड़क का चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है, जिसमें लगभग चार किलोमीटर में सड़क का निर्माण कार्य लगभग पूरा किया जा चुका है. इसके अलावा बदला घाट से फेनगो होल्ट के बीच चार पुल का निर्माण भी किया जा रहा है. सहायक अभियंता ने बताया कि बागमती नदी, कात्यायनी रिवर, कोसी नदी व मृत कोसी नदी पर पुल का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें तीन नदियों पर पुल का निर्माण कार्य शुरू किया जा चुका है.
—- स्टेट हाइवे के निर्माण में जो लोग कार्य को रोक रहे हैं. उनकी रैयती जमीन नहीं है. वह जमीन गैर मजरूआ खास जमीन है, जिसका मुआवजा नहीं दिया जा सकता है. अगर किसी को शिकायत है, तो वे लोग लारा कोर्ट मुंगेर में जाकर अपना दावा पेश कर सकते हैं. वैसे लोगों को मुआवजा दिया जायेगा.रवि राज, सीओ, चौथम
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