खगड़िया में जाम से निजात के लिए जल्द होगा बाईपास का अधूरा निर्माण कार्य
खगड़िया में जाम से निजात के लिए जल्द होगा बाईपास का अधूरा निर्माण कार्य
खगड़िया. शहरवासियों को शहर सुरक्षा बांध के बाईपास सड़क निर्माण का इंतजार बहुत लंबे समय से है. कहीं ना कहीं शहर में लगने वाले जाम का मुख्य कारण यही है. क्योंकि अक्सर बड़ी गाड़ियां शहर में प्रवेश करती है. वहां जाम लगने का मुख्य कारण बनती है. जाम से निजात दिलाने के लिए बाईपास का निर्माण अति आवश्यक है. हालांकि शहरवासियों को अपने नए सांसद से बहुत उम्मीदें हैं. इसको लेकर खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के नवनिर्वाचित सांसद ने यह बात अपने मेनिफेस्टो में भी कही थी. साथ ही इस बात को वह कई बार मंच के माध्यम से बता चुके हैं कि बाईपास निर्माण करा कर शहर को जाम से मुक्ति दिलाना उनकी प्राथमिकताओं में से एक है. उन्होंने शपथ ग्रहण भी नहीं लिया है. लेकिन वह क्षेत्र में काफी सक्रिय दिखाई दे रहे हैं. बताया जाता है कि बाईपास को लेकर बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग की ओर से सहमति प्रदान कर दी गई है. लेकिन मामला जल संसाधन विभाग के शशर्त एनओसी के कारण अटका हुआ है. जिसमें तीन स्लूईस गेट का निर्माण की बात कही गई है. बाईपास निर्माण की वर्तमान स्थिति के बारे में जानने के लिए को उन्होंने जल संसाधन विभाग के वरीय अधिकारी और एग्जीक्यूटिव इंजीनियर से बैठक कर वस्तु स्थिति की जानकारी ली. उन्हें पता चला कि बाईपास का निर्माण में तीन स्लूईस गेट और बांध के चौड़ीकरण का कार्य होना है. उन्होंने जल संसाधन विभाग के मंत्री विजय चौधरी से मुलाकात की और वस्तु स्थिति के बारे में मजबूती से अपनी बात रखते हुए उन्होंने बाईपास निर्माण की अपनी मांग को रखा. उन्होंने शहर के घनत्व और जाम की समस्या से अवगत कराते हुए मंत्री से शीघ्र पहल करने की मांग की. जिसको लेकर उन्होंने अपना मांग पत्र भी मंत्री को सौंपा. जिस पर मंत्री ने उन मांगों को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई की है और संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया है. इस संबंध में सांसद राजेश वर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि बाईपास को लेकर बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग की ओर से सहमति प्रदान कर दी गई है. लेकिन मामला जल संसाधन विभाग के शशर्त एनओसी के कारण अटका हुआ है. जिसमें तीन स्लूईस गेट के निर्माण की बात कही गई है. उन्होंने बताया कि पथ निर्माण विभाग द्वारा स्लूईस गेट का निर्माण तकनीकी विशेषज्ञता अभाव में इंकार किया जाता रहा है. क्योंकि स्लुईस गेट का निर्माण पथ निर्माण विभाग द्वारा नहीं कराया जाता है. जल संसाधन विभाग अपने बांध पर सड़क बनाता रहा है. इस परिपेक्ष्य में जल संसाधन मंत्री आग्रह किया गया कि तीन अदद स्लूईस गेट एवं सड़क निर्माण कार्य जल संसाधन विभाग के पूर्व पथ निर्माण को निर्गत एनओसी को रद्द करते हुए जल संसाधन विभाग से सड़क स्लुईस गेट निर्माण करने के लिए निर्देशित किया जाए. जल संसाधन विभाग के स्वामित्व वाले शहर सुरक्षा बांध के बाईपास का निर्माण जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाए. जिसको लेकर मंत्री ने इन्हें आश्वस्त किया है कि जल्द से जल्द टेंडर प्रक्रिया में डाला जाएगा. इसके साथ-साथ अगले मानसून के आने से पहले बाईपास निर्माण का कार्य पूर्ण होगा. निर्माण के कार्य के पूर्ण होने से शहर के लिए एक बड़ी राहत होगी. बड़ी गाड़ियों का परिचालन बाईपास के माध्यम से सुगम हो जाएगा.
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