प्रतिनिधि, खगड़िया नगर पंचायत अलौली में विभिन्न पदों पर हुई बहाली में नया खुलासा हुआ है. न कोई विज्ञापन, न इंटरव्यू सीधे भर्ती के जरिये नगर पंचायत अलौली में सफाई इंस्पेक्टर, लेखापाल, नाइट गार्ड, आइटी ब्वाय के एक-एक व चतुर्थ वर्गीय कर्मी व डाटा ऑपरेटर के दो-दो पदों पर बहाली हो गयी. बेगूसराय की आउटसोर्सिंग एजेंसी कुमारी अवंति के माध्यम से हुई बहाली वर्तमान अध्यक्ष जयंती शेखर ने भाई हिमांशु शेखर को नगर पंचायत का एकाउंटेंट बन गया. पहले ये राशन कार्ड कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर थे. बहन नगर पंचायत की अध्यक्ष बनी, तो हिमांशु सीधे नगर पंचायत कार्यालय में एकाउंटेंट बन गये. दरअसल, तत्कालीन प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी रणवीर कुमार (वर्तमान में बरौनी में पदस्थापित) के कार्यकाल में एजेंसी चयन से लेकर बहाली में खूब खेल हुआ, इस खेल में जिसे जो हाथ लगा, लेने से नहीं चुके. बहरहाल, बहाली से जुड़ी खबर प्रभात खबर में प्रकाशित होने के बाद नगर पंचायत के पार्षद गोलबंद हो रहे हैं. अलौली नपं वार्ड संख्या आठ की पार्षद लीला देवी के प्रतिनिधि मुलेन सिंह यादव बताते हैं कि नगर पंचायत में बहाली से जुड़ी जानकारी मांगने पर कार्यपालक पदाधिकारी टालमटोल कर रही हैं. पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी के कार्यकाल में की गयी धांधली पर कार्रवाई के बारे में वर्तमान अध्यक्ष की चुप्पी व पर्दा डालने की कोशिश के खिलाफ जल्द ही डीएम से मिलकर अवगत कराया जायेगा. ट्रैक्टर देकर हो रही 30 हजार महीने की कमाई नगर पंचायत क्षेत्र के सभी वार्डों से कचरा उठाने के लिए ट्रैक्टर भाड़ा पर देकर 30 हजार रुपये प्रति महीने की कमाई हो रही है. नगर पंचायत अध्यक्ष के पति प्रदीप कुमार ने कहा कि आउटसोर्सिंग एजेंसी शिवशक्ति मैनपावर को ट्रैक्टर भाड़ा पर दिये हैं, जिससे तेल व 30 हजार रुपये महीना मिलता है. जानकारी अनुसार अलौली नगर पंचायत में साफ-सफाई के लिए सरकार 14 लाख 20 हजार रुपये महीने खर्च करती है. इस राशि से नगर पंचायत अलौली के कुल 12 वार्ड की सड़कें से लेकर गलियों तक चकाचक रखना है. नालियां की नियमित सफाई भी शामिल है. बताया जाता है कि ट्रैक्टर का रजिस्ट्रेशन फेल है. परिवहन विभाग से निर्गत कागज भी नहीं है, लेकिन दो साल से ट्रैक्टर भाड़ा पर चल रहा है और नगर पंचायत के फंड से समय पर भुगतान भी किया जा रहा है. इस संबंध में आरटीआइ के तहत अप्रैल महीने में नगर पंचायत के कार्यपालक अधिकारी से मांगी गयी. सूचना छह महीने बाद भी अब तक नहीं दी गयी है. —– यह सच है कि नगर पंचायत में एकाउंटेंट पद पर बहाल हिमांशु शेखर वर्तमान नपं अलौली की अध्यक्ष जयंती शेखर का भाई है. इससे ज्यादा अभी बात नहीं कर सकते हैं. प्रदीप कुमार, नपं अध्यक्ष के पति. ——— चुपके से एजेंसी का चयन कर नगर पंचायत अलौली में हुई बहाली में धांधली की गयी है. एकाउंटेंट पद पर वर्तमान नपं अध्यक्ष ने भाई को एकाउंटेंट बनवा दिया. एजेंसी चयन से लेकर बहाली में गोलमाल की जांच हो, तो कई चौंकाने वाले खुलासे होंगे. इतना ही नहीं कचरा ढ़ोने के लिए अध्यक्ष ने अपना जर्जर ट्रैक्टर देकर एनजीओ से 30 हजार रुपये प्रति महीना ले रही हैं. ये जनता की सेवा है या खुद की, जनता सब समझ रही है. चीनी लाल मंडल, नगर पंचायत उपाध्यक्ष अलौली.
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