प्रतिनिधि, अलौली
बहादुरपुर थाना क्षेत्र स्थित महर्षि मेंही आश्रम, शुम्भा में छट्ठा वार्षिक ध्यान साधना शिविर व विराट ज्ञान यज्ञ का आयोजन गुरुवार को किया गया. महर्षि मेंही आश्रम शुम्भा में सात दिवसीय ध्यान साधना शिविर व विराट ज्ञान यज्ञ में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया. सातवें व अंतिम दिन में स्तुति विनती पाठ हुआ. उसके बाद स्तुति गुरु विनती पाठ व भजन -कीर्तन के साथ संतमत सत्संग प्रारंभ हुआ. मौके पर महर्षि मेंही आश्रम कुप्पाघाट के पूज्य स्वामी आशुतोष बाबा महाराज ने भक्तों को कहा कि संतों का आगमन जीव व मनुष्य कल्याण के लिए ध्यान और सत्संग जरूरी होता है, जिससे दुख से छुटकारा दिलाने में सहायक होता है. सारे प्रयत्नों का एकमात्र उद्देश्य होता है कि हमारा जीवन सुखमय हो. इसलिए ध्यान और सत्संग से ही मनुष्य के जीवन में बदलाव आ सकता है. ध्यान में भाग लेने से मनुष्य का कल्याण होता है. बड़े भाग्य से मानव जीवन मिलता है. इसलिए अपने जीवन को ईश्वर के भक्ति में लगांए. गुरुदेव के बताएं मार्ग पर चलने से कल्याण होता है. उन्होंने कहा कि ध्यान हमारी भारतीय संस्कृति का प्राण है. इसीलिए संपूर्ण तप साधनाओं में ध्यान साधना का महत्वपूर्ण स्थान है. मौके पर श्रवणानंद, विपिन चौधरी, रामनाथ साह, गोपाल पोद्दार, लक्ष्मीकांत महतो, असर्फी शर्मा, धनिक यादव, लालो यादव, महेश पासवान, दयानंद शर्मा, सुरेश राम, रामाशीष शर्मा, सरपंच प्रीतम पासवान, पैक्स अध्यक्ष भागरथी पासवान, प्रयाग पोद्दार, काला देवी, शम्भु प्रसाद सिंह, सतीश प्रसाद सिंह, मुखिया अशोक सिंह, विमल देवी, मनोज चौधरी, मुन्ना पोद्दार आदि मौजूद थे.
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