एक साथ दो युवकों का शव पहुंचते ही मचा कोहराम
फोटो 2 में कैप्सन. शोकाकुल परिजन.
फोटो 3 में कैप्सन. बदहवास बिजल की पत्नी
चौथम. बिजल की पत्नी अपने पति के साथ 15 दिन भी नहीं रही और मांग उजर गयी. बिजल की मां ने रोते रोते बताई की मेरे बेटे बिजल की शादी बीते तीन वर्ष पहले मथायर दियारा में मुस्कान के साथ हुई थी. जिसके तीन वर्ष बीत जाने के बाद बीते 25 मई को दुरागमन करा कर घर लाया. जहां हंसी खुशी पति पत्नी थी. लेकिन शायद इतने दिनों का साथ ही भगवान ने लिखा था. वहीं पति की मौत के बाद से ही पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. बताते चलें कि बिजल दो भाई में बड़ा था छोटा भाई वाला कुमार की शादी अभी नहीं हुई है. बेटे का शव को पकड़कर विलाप करती मां रतन देवी और पिता सिंघो यादव बार-बार बेहोश हो रहा था. वहीं दूसरे तरफ सूरज के मौत से परिवार में मातमी छा गया. पिता संजय पंडित सहित तीनों भाई नीरज, धीरज व सचिन का अपने भाई के चले जाने से जिंदगी वीरान लग रहा है. परिजनों ने बताया कि सचिन की मां का देहांत बीते पांच वर्ष पहले ही बीमारी के कारण हो गई थी. जिसके बाद पिता द्वारा ही मां और पिता का प्यार चारों भाइयों को मिलता रहा. पिता ने बताया कि सूरज के चले जाने से लगता है जैसे मेरे घर अब कभी सूरज नहीं उगेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है