दो युवकों का शव पहुंचते ही मचा कोहराम

दो युवकों का शव पहुंचते ही मचा कोहराम

By Prabhat Khabar News Desk | June 8, 2024 11:59 PM

एक साथ दो युवकों का शव पहुंचते ही मचा कोहराम

फोटो 2 में कैप्सन. शोकाकुल परिजन.

चौथम. थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़ी तेलौंछ के दो युवकों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी. इधर पोस्टमार्टम कराने के बाद शनिवार को जैसे ही दोनों युवकों का शव गांव पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया. शव को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. उल्लेखनीय है कि महेशखूंट थाना क्षेत्र के समसपुर पंचायत अंतर्गत कचरा भवन के निकट अज्ञात वाहन के धक्के से बाइक सवार दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गयी. मृतकों की पहचान चौथम थाना क्षेत्र के बड़ी तेलौंछ निवासी सिंघो यादव का 25 वर्षीय पुत्र बिजल कुमार एवं उसी गांव के संजय पंडित का 21 वर्षीय पुत्र सूरज कुमार के रूप में हुई. दोनों युवक मार्केटिंग करने के लिए महेशखूंट बाजार गया हुआ था. बाइक से देर शाम को लौट रहा था कि इसी दौरान अज्ञात वाहन ने धक्का मार दिया. जिससे दोनों युवकों की दर्दनाक मौत हो गई. इधर पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया. जहां दोनों शवों का पोस्टमार्टम किया गया. शवों का पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है. इधर परिजनों को सांत्वना देने के लिए मुखिया प्रतिनिधि विकास कुमार शर्मा, पूर्व उप प्रमुख गोपाल राय, सामाजिक कार्यकर्ता रंजन टाइगर आदि पहुंचे थे. 15 दिन भी नहीं रही पति के साथ और उजड़ गयी मांग

फोटो 3 में कैप्सन. बदहवास बिजल की पत्नी

चौथम. बिजल की पत्नी अपने पति के साथ 15 दिन भी नहीं रही और मांग उजर गयी. बिजल की मां ने रोते रोते बताई की मेरे बेटे बिजल की शादी बीते तीन वर्ष पहले मथायर दियारा में मुस्कान के साथ हुई थी. जिसके तीन वर्ष बीत जाने के बाद बीते 25 मई को दुरागमन करा कर घर लाया. जहां हंसी खुशी पति पत्नी थी. लेकिन शायद इतने दिनों का साथ ही भगवान ने लिखा था. वहीं पति की मौत के बाद से ही पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. बताते चलें कि बिजल दो भाई में बड़ा था छोटा भाई वाला कुमार की शादी अभी नहीं हुई है. बेटे का शव को पकड़कर विलाप करती मां रतन देवी और पिता सिंघो यादव बार-बार बेहोश हो रहा था. वहीं दूसरे तरफ सूरज के मौत से परिवार में मातमी छा गया. पिता संजय पंडित सहित तीनों भाई नीरज, धीरज व सचिन का अपने भाई के चले जाने से जिंदगी वीरान लग रहा है. परिजनों ने बताया कि सचिन की मां का देहांत बीते पांच वर्ष पहले ही बीमारी के कारण हो गई थी. जिसके बाद पिता द्वारा ही मां और पिता का प्यार चारों भाइयों को मिलता रहा. पिता ने बताया कि सूरज के चले जाने से लगता है जैसे मेरे घर अब कभी सूरज नहीं उगेगा.

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