अविश्वास प्रस्ताव पर हुए मतदान में प्रमुख ने गंवायी अपनी कुर्सी
अविश्वास प्रस्ताव पर हुए मतदान में प्रमुख ने गंवायी अपनी कुर्सी
गोगरी. काफी उठा पटक के बाद प्रमुख की कुर्सी गिर गयी है. सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव पर हुई बैठक में प्रमुख रीमा देवी ने शक्ति प्रदर्शन किया. कार्यपालक पदाधिकारी (पंचायत समिति) सह प्रखंड विकास पदाधिकारी गोगरी राजाराम पंडित की अध्यक्षता में ट्राईसम भवन में बैठक हुई. इस दाैरान प्रमुख पर लगे अविश्वास प्रस्ताव पर पंचायत समिति सदस्यों के द्वारा मतदान कराया गया. दो खेमे में बंटे पंचायत समिति सदस्यों के एक खेमे का नेतृत्व प्रखंड प्रमुख रीमा देवी कर रही थी. वहीं विरोधी खेमे का नेतृत्व मनीष कुमार कर रहे थे. अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के बाद हुई मतगणना से स्पष्ट हुआ कि रीमा देवी के पक्ष में 10 मत पड़ा. वहीं विरोध में पक्ष में 17 मत पड़े. इस तरह अल्पमत में आने के कारण प्रमुख रीमा देवी की कुर्सी गिर गयी. बताते चलें कि पंचायत समिति सदस्यों द्वारा दिये गये हस्ताक्षर युक्त आवेदन में प्रमुख पर आरोप लगाया गया था कि प्रमुख के द्वारा बिहार पंचायत राज अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप अपने कार्यों व दायित्यों का निर्वहन नहीं किया गया है. साथ ही बिहार पंचायत राज अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप नियमानुसार समय-समय पर पंचायत समिति की बैठक नहीं बुलायी जाती है, जिसके कारण विकास कार्य प्रभावित होता है. प्रमुख के द्वारा बिहार पंचायत राज अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप पंचायत समिति के प्रादेशिक क्षेत्रों में समान रूप से विकास कार्य नहीं किया जा रहा है. आरोप था कि प्रमुख के द्वारा विकास कार्य के लिए कुछ खास प्रादेशिक क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाती है जिस कारण से अधिकांश प्रादेशिक क्षेत्र विकास कार्य से वंचित रह गये हैं. गोगरी प्रखंड के 27 पंचायत समिति सदस्यों में से 13 ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन बीडीओ को देकर अविश्वास प्रस्ताव लाया था.
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