अलौली पैक्स अध्यक्ष हत्या मामले में गिरफ्तार धर्मवीर पुलिस अभिरक्षा से हुआ था फरार
यूपी-बिहार एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में मिली थी सफलताएसटीएफ ने कुख्यात धर्मवीर को चित्रगुप्त नगर पुलिस को सौंपा
खगड़िया. एसटीएफ ने अलौली के कुख्यात अपराधी धर्मवीर यादव को चित्रगुप्त नगर पुलिस को सौंप दिया है. गुरुवार को चित्रगुप्त नगर थानाध्यक्ष सिंटू कुमार ने कुख्यात धर्मवीर को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरु कर दिया. थानाध्यक्ष सिंटू कुमार ने बताया कि चित्रगुप्त नगर थाना कांड संख्या 701/21 मामले के आरोपित एक लाख रुपये का इनामी बदमाश धर्मवीर यादव को बिहार एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश पुलिस के सहयोग से नोएडा में गिरफ्तार किया था. थानाध्यक्ष ने बताया कि अलौली पैक्स अध्यक्ष राजेश यादव की हत्या कुख्यात बदमाश दिवंगत रामानंद यादव के पुत्र धर्मवीर यादव ने किया था. राजेश यादव हत्या कांड संख्या 165/16 मामले में नामजद आरोपित धर्मवीर यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. बताया जाता है कि स्थानीय मंडल कारा में महिनों से बंद धर्मवीर बीमारी के नाम पर इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था. सदर अस्पताल से पुलिस अभिरक्षा के बीच कुख्यात धर्मवीर यादव फरार हो गया था. सदर अस्पताल से फरार होने के बाद बीते तीन वर्षो से पुलिस धर्मवीर यादव की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही थी. पुलिस अधीक्षक द्वारा एक लाख रुपये इनाम की घोषणा की गयी थी. बीते 24 दिसंबर को एसटीएफ पटना ने उत्तर प्रदेश पुलिस के सहयोग से धर्मवीर को थाना बीटा-2 क्षेत्र के एनआरआई कट के पास से गिरफ्तार किया था.नाम बदलकर दिल्ली-एनसीआर में छिपा था धर्मवीर
बताया जाता है कि धर्मवीर के विरूद्ध अपहरण, हत्या सहित कई संगीन केस दर्ज है. बताया जाता है कि नवंबर 2024 में धर्मवीर की गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. धर्मवीर के खिलाफ अपहरण, हत्या, पुलिस पर हमला और आर्म्स एक्ट सहित कई संगीन धाराओं में मामले दर्ज है. बताया जाता है कि धर्मवीर ग्रेडर नोएडा में अनमोल राय और अमित के नाम से छिप कर रह रहा था.पैक्स अध्यक्ष हत्या मामले में मंडलकारा में था बंद
कुख्यात धर्मवीर यादव वर्ष 2014 में अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर ईंट भट्ठे के मुंशी आलोक का अपहरण किया था. 2016 में जमीनी विवाद में उसने अपने परिजनों के साथ मिलकर पैक्स अध्यक्ष राजेश यादव की हत्या किया था. इस मामले में उसके पिता और भाई जेल जा चुके हैं. 2017 में हाजीपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था. बताया जाता है कि मंडलकारा खगड़िया में उसने सीने में दर्द का बहाना बनाया और जब पुलिस उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया. तभी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था.कहते हैं थानाध्यक्ष
चित्रगुप्त नगर थानाध्यक्ष सिंटू कुमार ने बताया कि एसटीएफ द्वारा ईनामी कुख्यात धर्मवीर यादव को सौंपा गया है. धर्मवीर यादव को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है