अग्रहण में किये गये फ्लड फाइटिंग कार्य से विद्यालय व गांव को बचाना मुश्किल
विभागीय संवेदक के द्वारा खानापूर्ति कर राशि का बंदरबांट किया जा रहा है
चौथम. प्रखंड क्षेत्र का अग्रहण गांव वर्षों से कटाव का दंश झेल रहा है. प्रखंड का यह बाढ़ प्रभावित इलाका भी रहा है, प्रत्येक वर्ष यहां बाढ़ आती है तथा बाढ़ के समय पानी के चढ़ते और उतरते दोनों स्थिति में कटाव की स्थिति बनी रहती है. अब तक कई दर्जनों घर बरसों से इस कटाव के चपेट में आकर यहां के वसींदे बेघर हो चुके हैं. प्रत्येक वर्ष यहां फ्लड कंट्रोल के द्वारा कटाव रोधी कार्य भी किये जाते हैं. इसके बावजूद ज्यादा फायदा यहां से वसिंदों को नहीं मिल पाता है. इस बार भी गांव व विद्यालय को बचाने के लिए बैरिकेडिंग का कार्य किया गया है, कटावरोधी कार्य किये गये हैं, लेकिन इस कार्य से यहां के लोग संतुष्ट नहीं है. ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा है की विद्यालय भवन को बचाने के लिए मजबूती से काम किया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया है, जबकि एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष नितिन पटेल के द्वारा फलड फाइटिंग के कार्यों को नाइंसाफी बताया है. इतने से वर्क से विद्यालय को बचाया नहीं जा सकता है, कटाव के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की गयी है. तथा विभागीय संवेदक के द्वारा खानापूर्ति कर राशि का बंदरबांट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर कार्य में अनियमितता होती है. आगे आंदोलन जारी रहेगा.
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