12 प्रत्याशियों के लिए कयामत व 18 लाख वोटरों के लिए होगी फैसले की रात

12 प्रत्याशियों के लिए कयामत की रात

By Prabhat Khabar News Desk | May 5, 2024 11:47 PM

अमित कुमार,खगड़िया कौन कितने पानी में है और किसमें कितना दम है, इसका फैसला मंगलवार की सुबह होने वाला है. लोकसभा चुनाव में उतरे 12 प्रत्याशियों के लिए सोमवार की रात कयामत की रात है. तो 18 लाख 24 हजार 990 मतदाताओं के फैसले की रात होगी. इसी वजह से अमूमन तमाम प्रत्याशी अपनी गोटी लाल करने की मंशा से सोमवार को जमकर रतजगा करेंगे. खुद तो जगेंगे ही, वोटरों को भी जगायेंगे. इस बहाने वे बीते 15 दिनों से प्रत्याशियों द्वारा संघर्ष को फायनल टच देते हुए वोटरों से मौका देने की गुजारिश करेंगे. दरअसल, यही वह रात होगी जब मतदाता भी किसी एक के लिए अपना मन-मिजाज बनाने वाले हैं. कहीं परिवार के सदस्यों के बीच बैठकर तो कहीं समाज के बीच बैठक कर वे भी अपने फैसले को अक्सर इसी रात फाइनल टच दिया करते हैं. इसलिए प्रत्याशी भी यह मौका छोड़ना नहीं चाहते और इस रात को वे वोटरों का खटखटाना भी नहीं भूलते. इस बार वोटरों की चुप्पी ने उन्हें संशय में डाल रखा है. शायद यही वजह है कि दिल की धड़कनें बढ़ रही हैं और मन में विचारों के तूफान उठ रहे हैं. कौन देगा दगा और कौन रहेगा साथ, फैसला क्या होगा. आखिर वे लोकसभा का सफर तय कर पायेंगे या नहीं. मंगलवार को मतदान के बाद फैसला चाहे जिसके पक्ष में जाए पर सही मायने में मतदाता आज की रात ही तय करेंगे कि अपने क्षेत्र के प्रतिनिधित्व का दायित्व किन्हें सौंपना है. यही कारण है कि कमोबेश सभी प्रत्याशी इस रात को कयामत की ऐसी रात मानते हैं जिसमें उनकी गोटी लाल हो सकती है तो भाग्य का अस्त भी. वे इसलिए भी बेताब हैं कि पिछले कई दिनों के लगातार प्रचार-प्रसार और सघन जन संपर्क अभियान का आखिर क्या नतीजा निकल सकता है. हालांकि यह बात अभी भविष्य के गर्भ में है कि मतदाता कहां किस प्रत्याशी को चाहते हैं, लेकिन, इतनी बात तय मानी जा रही है कि आज की रात ही अलग-अलग क्षेत्रों में किसी विशेष के पक्ष में मतदाता गोलबंद होंगे. इसके लिए सोमवार की रात गांव के चौपालों पर जहां बैठकों की तैयारी है, वहीं शहरी इलाकों में कान फूंकने की मुहिम शुरु की जा रही है. सभी प्रत्याशी आमअवाम की मन की स्थिति जानने के लिए बेचैन और बेताब हैं. 2019 खगड़िया लोकसभा चुनाव में मतदान के आंकड़े मिली जानकारी के अनुसार 2019 लोकसभा चुनाव खगड़िया में 20 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था. जिसमें 18 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी. पिछले लोकसभा चुनाव में 9 लाख 67 हजार 411 मतदाताओं ने मतदान किया था. वोट प्रतिशत 57.71 फीसदी था. खगड़िया लोकसभा क्षेत्र में भी महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया. चार लाख 97 हजार 927 महिला मतदाताओं ने मतदान किया. इसका वोट प्रतिशत 62.99 फीसदी था. वहीं पुरुष मतदाताओं की संख्या चार लाख 67 हजार 181 थी. इनका वोट प्रतिशत 52.73 फीसदी था. खगड़िया लोकसभा में किस पार्टी का रहा दबदबा लोकतंत्र की स्थापना के बाद खगड़िया लोकसभा में 17 सांसद बने. जिसमें सबसे अधिक बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का सांसद बने. वर्ष 1952 से लेकर 1962 तक लगातार तीन बार कांग्रेस का दबदबा रहा. जिसमें सांसद जियालाल मंडल रहे. फिर 1980 से लेकर 1984 तक कांग्रेस का ही रहा. लेकिन प्रत्याशी बदलते रहे. वर्ष 1989 से लेकर 1986 तक जनता दल ने कब्जा जमा लिया. हालांकि जनता दल के सांसद रामशरण यादव लगातार 1989 और 1991 में सांसद रहे. राजनीतिक विशेषज्ञ की माने तो संयुक्ता सोशलिस्ट पार्टी, जनता पार्टी,जनता दल यूनाइटेड,समता पार्टी के सांसद बने. हालांकि लगातार दो बार लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चौधरी महबूब अली कैसर सांसद बने. हालांकि देखना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कौन सांसद बनेंगे. ये बने चुके हैं खगड़िया लोकसभा क्षेत्र से सांसद 1.1952 जियालाल मंडल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस. 2.1957 जियालाल मंडल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस. 3.1962 जियालाल मंडल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 4.1967 कामेश्वर सिंह, संयुक्त्ता सोशलिस्ट पार्टी 5.1971 शिव शंकर प्रसाद यादव, संयुक्ता सोशलिस्ट पार्टी 6.1977 ज्ञानेश्वर प्रसाद यादव, जनता पार्टी 7.1980 सतीश प्रसाद सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 8.1984 चंद्र शेखर प्रसाद वर्मा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 9.1989 राम शरण यादव, जनता दल 10.1991 राम शरण यादव, जनता दल 11.1996 अनिल कुमार यादव, जनता दल 12.1998 शकुनी चौधरी, समता पार्टी 13.1999 रेणु कुमारी सिंह, जनता दल यूनाइटेड 14.2004 रवींद्र कुमार राणा, राष्ट्रीय जनता दल 15.2009 दिनेश चंद्र यादव, जनता दल यूनाइटेड 16.2014 महबूब अली कैसर, लोक जनशक्ति पार्टी 17.2019 महबूब अली कैसर, लोक जनशक्ति पार्टी

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version