गोपाष्टमी महोत्सव: खेल, तमाशा व मीना बाजार के सामान से पटा मेला परिसर
गोपाष्टमी महोत्सव: खेल, तमाशा व मीना बाजार के सामान से पटा मेला परिसर
प्रतिनिधि, खगड़िया
136 वें गोपाष्टमी महोत्सव की तैयारी अंतिम चरण में है. गौशाला मेला परिसर खेल, तमाशा व मीना बाजार के समान से पट गया है. मेला में लगने वाले स्टॉल को लेकर आवेदन लेने के लिए लोगों की आमद रफ्त तेज हो गयी है. मेला के अवसर पर प्रतिमा की स्थापना,रामलीला व कवि सम्मेलन आयोजित करने को लेकर बांस बल्ला टेंट शामियाना लगाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. 136 वें गोपाष्टमी महोत्सव के अवसर पर 09 से 16 नवंबर तक ऐतिहासिक गौशाला मेला का आयोजन किया जा रहा है. मेला में खेल, तमाशा, मीना बाजार व छोला भटूरा के माध्यम से दर्शकों के लिए मनोरंजन, सौंदर्य प्रसाधन, दैनिक उपयोग की सामग्री व खाने-पीने की दुकान लगायी जा रही है. गौशाला मेला का उद्घाटन जिलाधिकारी द्वारा किए जाने की परंपरा रही है. जिसमें जिलाधिकारी के मुख्यालय से अनुपस्थित रहने पर उनके द्वारा नामित प्रशासनिक पदाधिकारी मेला का उद्घाटन करते हैं. उक्त संदर्भ में गौशाला के मंत्री प्रशासनिक पदाधिकारी के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए विधिवत सहमति लेकर आमंत्रण कार्ड प्रिंट किया जाता है.
मेला परिसर खेल तमाशा व मीना बाजार के समान से पटा
गौशाला मेला का प्रमुख आकर्षण झूला व खेल तमाशा रहता है. गौशाला मेला का आयोजन ढाई एकड़ भू-भाग में खेल तमाशा व मीना बाजार लगाया जाता है. जिसमें लगभग 50 हजार स्क्वायर फीट यानी आधे हिस्से में खेल तमाशा का आयोजन होता है. जिसके लिए बीते 2 नवंबर को बंदोबस्ती की बोली लगायी गयी थी. बंदोबस्त का फैसला होते ही बीते चार नवंबर से खेल तमाशा का सामान गिरने का कार्य शुरू हो गया है.स्टॉल आवंटित करने के लिए लिया जा रहा आवेदन
रामलीला व कवि सम्मेलन को लेकर लगाया जा रहा पंडाल
गौशाला परिसर के दक्षिणी भाग में बने स्टेज पर महोत्सव का उद्घाटन होता है. इसी स्टेज पर 10 से 15 नवंबर तक रामलीला प्रदर्शित किया जाना है,जबकि 16 नवंबर को स्थानीय व अन्य जिले से आए कवि के द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाता है. उद्घाटन समारोह व रामलीला प्रदर्शित करने को लेकर कमेटी द्वारा स्टेज को सजाने व पंडाल लगवाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है.
गोपाष्टमी महोत्सव को लेकर की जा रही साफ सफाई गौशाला के जिस भू-भाग में मेला का आयोजन होता है उस भू-भाग में गोवंश के लिए चारा का उत्पादन किया जाता है. बरसात के बाद मेला आयोजन स्थल की साफ सफाई व समतलीकरण की अनिवार्यता रहती है. गौशाला कमेटी द्वारा मेला आयोजन स्थल को जेसीबी द्वारा समतल किया जा रहा है. जबकि इसके पहले ट्रैक्टर के माध्यम से आयोजन स्थल पर उगे घास की सफाई की गई.दंगल प्रतियोगिता में पहुंचते हैं इंटरस्टेट पहलवान
गोपाष्टमी महोत्सव के अवसर पर केसरी नंदन व्यायाम शाला, सन्हौली द्वारा दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. जिसमें स्थानीय व अन्य जिले व राज्यों के पहलवानों को भी आमंत्रित किया जाता है. पुरुष पहलवानों के साथ-साथ दंगल प्रतियोगिता में महिला पहलवान भी भाग लेती है. व्यायाम शाला के मंत्री शंकर सिंह द्वारा दंगल प्रतियोगिता आयोजित करने की तैयारी युद्ध स्तर पर की जा रही है.
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