खगड़िया के पूर्व एसपी, एसडीपीओ समेत नौ पुलिस अधिकारियों पर प्राथमिकी के आदेश

पूर्व एसपी, एसडीपीओ समेत नौ पुलिस अधिकारियों पर प्राथमिकी के आदेश

By Prabhat Khabar News Desk | May 12, 2024 11:58 PM

मानसी थाना के तत्कालीन एसआई की याचिका पर सुनवाई करते हुए सीजेएम ने एसपी को प्राथमिकी के दिये आदेश

खगड़िया

मानसी थाना में पदस्थापित रहे एसआई की याचिका पर सुनवाई के बाद सीजेएम ने जिले के तत्कालीन एसपी-एसडीपीओ समेत 9 पुलिस अधिकारियों पर प्राथमिकी करने के आदेश दिये हैं. याचिकाकर्ता एसआई अमलेंदू कुमार के वाद पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने एसपी के माध्यम से संबंधित थाना पुलिस को अनुसंधान व प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है. यह आदेश 6 मई 2024 को दिया गया है. वादी एसआई अमलेंदु कुमार ने बताया कि जिले के तत्कालीन एसपी अमितेश कुमार (वर्तमान में सिवान एसपी के पद पर पदस्थापित), तत्कालीन सदर एसडीपीओ सुमित कुमार (वर्तमान में नालंदा जिला), सदर थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह (वर्तमान में नालंदा जिला), तत्कालीन पुलिस निरीक्षक सदर पवन कुमार, तत्कालीन मानसी थानाध्यक्ष दीपक कुमार, अमलेश कुमार, तत्कालीन मुफस्सिल थानाध्यक्ष, पुलिस लाइन के तत्कालीन मेजर महेन्द्र प्रसाद सिंह, एसआई निलेश कुमार समेत 9 पुलिस अधिकारियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है. सीजेएम ने अपने आदेश में कहा है कि सुनवाई के बाद परिवाद पत्र में उल्लिखित कथन एवं लगाये गये आरोप का प्रथम दृष्टया पुलिस के द्वारा अनुसंधान कराना आवश्यक प्रतीत होता है. इसलिये परिवाद पत्र धारा 156 (3) द.प्र.सं. के अन्तर्गत पुलिस अधीक्षक, खगड़िया के माध्यम से संबंधित थाना को अनुसंधान एवं प्राथमिकी दर्ज करने के लिये भेजा जाता है. मिली जानकारी अनुसार अभी तक सीजेएम कोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं हो पाया है. वादी ने बताया कि वर्ष 2021 में उन्होंने उच्चाधिकारियों को सूचित कर बिना किसी जिलादेश के मानसी थाना में फर्जी एसआई का योगदान लेकर काम लेने का खुलासा किया था. जिसके बाद मानसी थाना में प्राथमिकी दर्ज कर फर्जी एसआई बेगूसराय निवासी बिक्रम कुमार समेत उसके सहयोगी मुंगेर निवासी रवि कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. उनके द्वारा पूरे मामले का खुलासा किये जाने के बाद उस पर चुप रहने का दबाव दिया जाने लगा. निलंबित करने के साथ साथ केस दर्ज कर निगरानी कोर्ट भागलपुर भेज दिया गया. जीवन यापन भत्ता तक बंद कर दिया गया. वादी एसआई अमलेंदू कुमार ने सीजेएम न्यायालय में दायर वाद में कहा है कि 26 जून 2022 को सदर अस्पताल खगड़िया में इलाज कराने पहुंचे थे. वहां उनके साथ मारपीट की गयी. अब जान से मारने की धमकी दी जा रही है. इधर, वर्तमान में सिवान एसपी के पद पर पदस्थापित तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार का पक्ष लेने के लिए उनके सरकारी मोबाइल पर कॉल करने पर संपर्क नहीं हो सका.

इन पुलिस अधिकारियों पर दिये गये प्राथमिकी के आदेश

1.अमितेश कुमार – तत्कालीन एसपी, खगड़िया ( वर्तमान में सिवान, एसपी )

2. सुमित कुमार – तत्कालीन सदर एसडीपीओ (वर्तमान में नालंदा जिले में पदस्थापित हैं)

3. महेन्द्र प्रसाद यादव – तत्कालीन मेजर पुलिस लाइन.

4. विनोद कुमार सिंह – तत्कालीन सदर थानाध्यक्ष

5. पवन कुमार – तत्कालीन पुलिस निरीक्षक सदर

6. दीपक कुमार – तत्कालीन मानसी थानाध्यक्ष

7. निलेश कुमार – एसआई मानसी थाना.

8. संजीव कुमार – तत्कालीन चित्रगुप्त नगर थानाध्यक्ष.

9. अमलेश कुमार – तत्कालीन मुफस्सिल थानाध्यक्ष. ्

खुलासे के बाद किया जा रहा परेशान : अमलेंदु

वर्ष 2021 में मानसी थाना में फर्जी एसआई (दारोगा) का योगदान लेकर काम लेने का खुलासा करने के बाद से उसे परेशान किया जा रहा है. जिसके बाद से तत्कालीन एसपी, एसडीपीओ समेत उनके खासमखास पुलिस अधिकारियों द्वारा मुझे परेशान किया जा रहा है. 28 जून 2022 को सदर अस्पताल में घेर कर मारपीट, मोबाइल छीन लेने सहित अन्य आरोप लगाते हुये सीजेएम न्यायालय में वाद दायर किया गया था, जिसकी सुनवाई के बाद सीजेएम ने एसपी के माध्यम से संबंधित थाना को अनुसंधान एवं प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है. आठ दिन बीतने के बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है. – अमलेंदू कुमार, वादी एसआई.

कहते हैं एसपी

खगड़िया के एसपी चंदन कुमार कुशवाहा ने कहा कि पूरे मामले में सीजेएम द्वारा आदेशानुसार नियम संगत कार्रवाई की जायेगी.

कहते हैं एडीजी

एडीजी जेएस गंगवार ने कहा कि मानसी थाना में फर्जी एसआई से योगदान लेकर काम लेने के खुलासे के बाद प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजने के बाद आगे की गयी कार्रवाई के संदर्भ में अभी जानकारी नहीं है. जल्द ही पूरे मामले में की गयी कार्रवाई के संदर्भ में जानकारी लेकर बता सकते हैं.

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