जल स्तर में लगातार हो रहे वृद्धि से गंगा में आयी बाढ़
जल स्तर में लगातार हो रहे वृद्धि से गंगा में आयी बाढ़
प्रतिनिधि, गोगरी बीते एक सप्ताह से गंगा वह गंडक नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से प्रखंड क्षेत्र के कई गांव एक बार फिर बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. बाढ़ की विभीषिका ने तांडव मचाना शुरू कर दिया है. सितंबर माह की शुरुआत में जलस्तर कम हो जाने के कारण बाढ़ से लोगों को राहत मिली थी, लेकिन बीते एक सप्ताह से दोबारा गंगा के जलस्तर में अचानक से वृद्धि होने लगी, जिससे बाढ़ ग्रस्त इलाके के लोग पुनः विस्थापित हो कर ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हो गये हैं. प्रखंड के रामपुर व बोरना पंचायत की स्थिति भयावह है. पिछले एक सप्ताह से बाढ़ के पानी में फंसे लोग विस्थापित होकर न बांध पर शरण लिए हुए हैं, लेकिन सरकारी स्तर पर अभी तक कोई राहत सामग्री का वितरण नहीं किया गया है. शुक्रवार को डीडीसी व गोगरी एसडीओ सुनंदा कुमारी, बीडीओ राजाराम पंडित, सीओ दीपक कुमार और पीएचइडी के एसडीओ ने बोरना पंचायत के बाढ़ पीड़ित इलाकों का दौरा किया. बौरना पंचायत के जीएन तटबंध पर रह रहे विस्थापित परिवारों से हाल-चाल जाना. साथ ही जीएन बांध पर विस्थापित होकर रह रहे बाढ़ पीड़ितों के लिए लाइट, चापानल, शौचालय, सामुदायिक रसोई बनाने का निर्देश दिया. एसडीओ सुनंदा कुमारी ने कहा कि कल से कम्यूनिटी किचन शुरू हो जायेगा. साथ ही आज शाम तक चापानल, सामूहिक शौचालय व प्रकाश की व्यवस्था कर दी जायेगी. बोरना मुखिया प्रतिनिधि नासिर इकबाल ने बाढ़ से प्रभावित परिवार के बीच सरकार के तरफ से बाढ पीडितों को मिलने वाली सुविधा जैसे पशु चारा, पालिथीन, सूखा राशन, मेडिकल कैंप सामुदायिक किचन आदि की मांग की थी. इधर गंगा व गंडक के जलस्तर में लगातार वृद्धि से लोगों की मुश्किलें अब बढ़ने लगी है. जलस्तर में धीरे-धीरे हो रहे वृद्धि से प्रभावित इलाके के लोगों को अब परेशानी होने लगी है. गोगरी प्रखंड के कई गांव बाढ़ से घिर गया है. रामपुर व बोरना पंचायत के कई घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. गोगरी बहियार में किसानों की लहलहाती सब्जी की फसल भी बाढ़ की भेंट बढ़ चुकी हैं. गोगरी पंचायत इमादपुर, लतमबाड़ी में बाढ़ का पानी किसानों के द्वारा लगाये गये भिण्डी, नेनुआ, करेला आदि की सब्जी के खेत में भी प्रवेश कर गया है. पंचायत के बाढ़ पीड़ित लोग घर को छोड़ने के लिए मजबूर हैं. गोगरी पंचायत के इमादपुर लतमबाड़ी गांव के विद्यालय के पीछे की ओर गंगा का पानी आने से स्कूल के दीवार के किनारे कटाव से बचने के लिए, मिट्टी दिया गया था. गंगा की पानी आने से मिट्टी का कटाव शुरू हो गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है