आधा दर्जन पंचायतों में फैला गंगा का पानी, माधवपुर में बाढ़ का खतरा बढ़ा

परबत्ता : गंगा के जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला लगातार जारी है. जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक गंगा ने खतरे के निशान को पार कर गया है. बुधवार से ही लगातार पूर्वा हवाओं के झोंकों से तटबंध के ऊपर भी कई जगह दवाब देखा जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 21, 2020 9:53 AM

परबत्ता : गंगा के जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला लगातार जारी है. जिला प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक गंगा ने खतरे के निशान को पार कर गया है. बुधवार से ही लगातार पूर्वा हवाओं के झोंकों से तटबंध के ऊपर भी कई जगह दवाब देखा जा रहा है. खजरैठा पंचायत के मथुरापुर व खजरैठा गांव को सुरक्षित रखने वाले रिंग बांध पर हवा के तेज थपेड़ों से किनारों की मिट्टी कट रही है. स्थानीय ग्रामीण अविनाश चंद्र ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण विभाग के द्वारा कुछ मजदूरों को लगाया गया है. जो कि पेड़ों के डंठलों को बांधकर किनारे डाल रहे हैं.

वहीं ग्रामीणों ने कहा कि तेज हवा के चलते जिस तरह से कटाव हो रहा है. उसको देखते हुए सुरक्षा कार्य ना काफी है. बीते 2 वर्ष से इस रिंग बांध पर सुरक्षात्मक कार्य नहीं किया गया है जिसके चलते हैं कुछ जगहों की स्थिति नाजुक बना है. बता दें की खजरैठा व मथुरापुर को सुरक्षित रखने वाला सुरक्षा बांध में मिट्टी का कटाव कई जगहों पर जारी है. जिसको लेकर यहां के लोगों मे भय व्याप्त है. इधर सलारपुर गांव में भी बढ़े जलस्तर के चलते स्थानीय ग्रामीण परेशान हैं.

जलस्तर में जारी वृद्धि से करीब एक दर्जन पंचायत के ग्रामीण दहशत में है. माधवपुर में अब तब की स्थिति बनी हुई है किसी भी वक्त बाढ़ का पानी गांव में प्रवेश कर सकता है. इलाके के पशुपालकों ने जीएन बांध सहित ऊंचे स्थानों पर आश्रय लेना शुरू कर दिया है. वही तेमथा करारी पंचायत अंतर्गत शर्मा टोला मुश्लिम टोला सहित आसपास के गांव में भी बाढ़ के चलते लोग सहमे हुए हैं. लगार पंचायत के बिशौनी गांव स्थित थाई धार में गंगा का पानी ओवरफ्लो होने के करीब जा पंहुचा है. अगर जलस्तर में थोड़ा भी इजाफा हुआ तो भी विशौनी का आधा भाग बाढ़ से पूरी तरह जलमग्न हो जाएगा गोढियासी नयागांव तक रिंग बांध पर ही हवा के तेज थपेड़ों से रिंग बांध पर दबाव देखा जा रहा है.

बाढ़ का पानी लोगों के खेत खलियान को डुबाने लगा है. वहीं विद्यालय परिसर सहित कई नये इलाके में गंगा का पानी फैल गया है. लगातार बढ़ रही गंगा किसानों के खेत को अपने आगोश में लेने को आतूर है. जिससे यहां के लोगों मे बेचैनी का आलम है. इधर सीओ अंशु प्रशून ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के सभी तटबंधों की निगरानी को लेकर सुरक्षा गार्ड लगातार मुस्तैद है इसके अलावा प्रतिनियुक्त किए गए कर्मियों को स्थिति पर नजर बनाए रखने को कहा गया है.

इधर, पसराहा के गोगरी प्रखंड के सर्किल नंबर 1 का पसराहा एनएच 31 से कोयला को जोड़ने वाली सड़क जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गयी है, जिससे लोगों को सड़क पर पानी चढ़ने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जगह-जगह सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने से कोयला बीरवास, पीपरपाती, खरोवा के लोगों को पसराहा एनएच 31 से गांव जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बरहरा धार से कोयला तक जाने में 5 से 6 जगह पर पानी सड़क पर चढ गया है, जिससे मोटरसाइकिल, साइकिल, थ्री व्हीलर, फोर व्हीलर गाड़ियों को ले जाने में गाड़ी पानी में ही फंस जाती है.

posted by ashish jha

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