जीआरपी-आरपीएफ मिल कर रेल में रोकेंगे अपराध, डीएसपी ने की बैठक
ट्रेन में एस्कार्ट के दौरान बरती जाने वाली सावधानी व प्लेटफार्म सहित रेल परिसर में रोको-टोको अभियान चलाने का निर्देश दिया
ट्रेन व प्लेटफार्म पर अपराध के रोकथाम के लिए डीएसपी ने टिप्स के साथ जीआरपी अधिकारियों को सौंपे टास्क, चलेगा रोको-टोको अभियान——–पार्किंग स्टैंड में जगह-जगह रहेगा रेट चार्ज के साथ रहेगा जीआरपी व आरपीएफ अधिकारी के मोबाइल नंबर, अवैध वसूली पर होगी कार्रवाई ———खगड़िया. बरौनी रेल डीएसपी गौरव पांडेय ने सोमवार को खगड़िया पहुंच कर जीआरपी थाना में अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें डीएसपी श्री पांडे ने ट्रेन व प्लेटफार्म पर अपराध के रोकथाम के लिए जीआरपी अधिकारियों को टिप्स देने के साथ साथ कई टास्क भी दिये. रेंज में आने वाले रेल पुलिस अधिकारियों के साथ साथ आरपीएफ को भी बैठक में बुलाया गया था. डीएसपी ने लंबित कांडों का जल्द अनुसंधान करने को कहा. ट्रेन में एस्कार्ट के दौरान बरती जाने वाली सावधानी व प्लेटफार्म सहित रेल परिसर में रोको-टोको अभियान चलाने का निर्देश दिया. किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि दिखने पर पूछताछ, तलाशी लेने, रेल यात्रियों व उनकी सामानों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा गया. रेल डीएसपी श्री पांडे ने बताया कि रेल में अपराध के बदले तौर-तरीके को चुनौती के रूप में लेते हुये जीआरपी 24 घंटे रेल यात्रियों व उनके सामानों की सुरक्षा में तत्पर है. ——————
पार्किंग स्टैंड पर अवैध वसूली हुई तो होगी कड़ी कार्रवाई
स्टेशन परिसर में बनाये गये पार्किंग स्टैंड में रेल यात्रियों के साथ कभी पेशाब करने के फाइन के नाम पर तो कभी गलत पार्किंग बता कर 1000-2000 की अवैध वसूली की शिकायत मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई का निर्देश रेल थाना प्रभारी एनके सिंह को दिया. 15 दिन पहले पार्किंग स्टैंड परिसर में पेशाब करने पर 2000 रुपये नहीं देने पर रेल यात्रियों के मोबाइल छीनने की घटना के बारे में चर्चा करते हुये रेल डीएसपी ने रेल थानाध्यक्ष से कहा कि इस तरह की शिकायतों को गंभीरता से लेकर तुरंत कार्रवाई करें. उन्होंने बताया रेल परिसर में प्रतिबंधित जगह पर पेशाब या गंदगी फैलाने पर रेलवे के नियम के मुताबिक रेल अधिकारी ही फाइन कर सकते हैं. रेल परिसर में रात के वक्त शराब सहित अन्य नशे की सामग्री के सेवन पर भी नजर रखने को कहा गया. डीएसपी ने बताया कि डीसीआई को पार्किंग स्टैंड में रेट चार्ज लगाने के लिए कहा गया है. जिस पर रेल थानाध्यक्ष व आरपीएफ अधिकारी का नंबर रहेगा. इससे रेल यात्रियों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार व अवैध वसूली सहित अन्य घटना की सूचना मिलने में सहूलियत होगी. —————-50 रुपये लाओ, जहां मन ई-रिक्शा लगाओ
रेलवे स्टेशन पर पैदल पुल से उतरते ही जहां तहां लगाये गये ई-रिक्शा से लेकर ऑटो (टेंपू) लगा कर सवारी बैठाने व उतारने की नजारा आम है. ट्रेन आने के वक्त स्थिति कुछ ज्यादा ही खराब हो जाती है. रेल प्रशासन द्वारा पार्किंग स्टैंड बनाने के पीछे उद्देश्य यह था कि रेलवे स्टेशन पर सुंदर दिखे लेकिन यहां मॉनिटरिंग की लापरवाही के कारण उद्देश्य पर पानी फिर रहा है. बताया जाता है कि -रिक्शा चालकों से पार्किंग स्टैंड के कर्मी द्वारा 30-50 रुपये प्रति इ रिक्शा लेने से मतलब रहता है. आरपीएफ भी कभी कभी जागती है. इ रिक्शा मालिक से जुर्माना वसूल कर छोड़ दिया जाता है और इधर, अगले दिन से स्थिति जस की तस हो जाती है. ————–बैठक में ये थे मौजूद
बरौनी से आये रेल डीएसपी के अलावा रेल थानाध्यक्ष नरेश कुमार सिंह, आरपीएफ इंस्पेक्टर अरविंद कुमार राम, जीआरपी अवर निरीक्षक भाग्य नारायण बैठा, एएसआइ मदन पासवान, राजू कुमार यादव, जय श्री प्रसाद आदि.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है