जीवन में गुरु व शिष्य के महत्व बताने के लिए आदर्श दिन है गुरु पूर्णिमा:स्वामी आगमानंद
गुरु व शिष्य के महत्व बताने के लिए आदर्श दिन है गुरु पूर्णिमा
महेशखूंट. थाना क्षेत्र के जवाहर उच्च विद्यालय समसपुर के प्रागंण में 20 से 21 जुलाई को होने वाले श्री व्यास गुरु पूर्णिमा महोत्सव की तैयारी चल रही. श्री शिव शक्ति योग पीठ नवगछिया के तत्वावधान में आयोजित गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम में श्रद्धालुओं के अलावे शिक्षा विद में भी खुशी का माहौल बना हुआ है. श्री उत्तरतोताद्रि मठ विभीषणकुंड अयोध्या के उत्तराधिकारी एवं श्री शिवशक्ति योगपीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने श्रीव्यास गुरु पूर्णिमा महोत्सव के संदर्भ में कहा कि जीवन में गुरु एवं शिष्य के महत्व आने वाले पीढ़ी को बताने के लिए यह दिन एक आदर्श है. गुरु का आशीर्वाद सर्वाधिक कल्याणकारी एवं ज्ञानवर्धक होता है. यह महोत्सव संस्कृत के प्रकांड विद्वान चारों वेद के रचयिता महर्षि वेद व्यास को समर्पित हैं. उनका जन्म आषाढ़ माह के पूर्णिमा के दिन हुआ था. उनके सम्मान में यह पर्व या महोत्सव भारत में मनाया जाता है. कार्यक्रम की रूपरेखा तय 20 जुलाई की सुबह 7 बजे से 9 बजे तक देव पूजन, 9 से 12 बजे तक दीक्षा (नामदान ), 12बजे से 3 बजे तक गुरु दर्शन के साथ कलाकारों का भजन, विद्वान मनीषियों का उदगार, 3 बजे से 5 बजे के बीच मंच उद्घाटन संबोधन 7 से 9 बजे तक परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज द्वारा मानव जीवन में संत सतसंग महिमा पर प्रकाश. 21 जुलाई की सुबह 5 बजे से 6 बजे तक गुरु व्यास पीठ पूजन, 6 बजे से संध्या 7 बजे तक गुरु दर्शन के साथ पादुका पूजन, विभिन्न तरह के कार्यक्रम, नामचीन कलाकारों द्वारा अनवरत भजन कीर्तन, 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक गुरुवर परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के सतसंग सुधा सिंचन कार्यक्रम का रूप रेखा तय किया गया. गुरु दर्शन के लिए चार लाइन को बैरिकेडिंग किया जायेगा.
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