खगड़िया. जिले में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देकर मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए नर्स को ट्रेनिंग दी गयी. 21 दिवसीय प्रशिक्षण का समापन रविवार को पुरानी सदर अस्पताल परिसर में हुई. प्रशिक्षक शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले के प्रसव वार्ड में कार्यरत एएनएम और जीएनएम को 21 दिवसीय स्किल्ड बर्थ अटेंडेंट (एसबीए) प्रशिक्षण दिया गया. जिले के विभिन्न प्रखंडों से लगभग 25 स्वास्थ्य कर्मी, एएनएम व जीएनएम ट्रेनिंग दिया गया. प्रशिक्षक सीनियर रश्मि वर्मा, शोभा कुमारी, भवानी कुमारी, अनुराधा कुमारी, कंचन कुमारी आदि ने ट्रेनिंग दी. प्रशिक्षक डॉ. नरेंद्र ने बताया कि प्रसव से जुड़ी जटिलताओं का कुशल प्रबंधन करना और मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है. प्रशिक्षण के समापन पर प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र दिया गया.
प्रशिक्षण में सिखाए गए महत्वपूर्ण विषय
डॉ. गरीब नवाज ने बताया कि एसबीए प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों को थ्योरी और प्रैक्टिकल माध्यमों से प्रशिक्षित किया गया. इसमें प्रसव पूर्व देखभाल, प्रसव के दौरान जटिलताओं का प्रबंधन, नवजात शिशु की देखभाल, प्रसव उपरांत रक्तस्राव (पीपीएच), एंक्लैम्प्सिया, संक्रमण नियंत्रण जैसे विषय शामिल थे.सेवाओं को अधिक कुशल और प्रभावी बनाने के लिए एक बड़ा कदम
डॉ. नरेंद्र ने बताया कि यह प्रशिक्षण स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक कुशल और प्रभावी बनाने के लिए एक बड़ा कदम है. प्रशिक्षित कर्मी प्रसव के दौरान संभावित जटिलताओं का समय पर प्रबंधन कर सकते हैं, जिससे सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित किया जा सके और मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है