बारिश से मक्के की फसल को भारी क्षति, सब्जी आम व लीची को नुकसान
गोगरी : अनुमंडल क्षेत्र में मंगलवार को हुई गरज के साथ तेज बारिश ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. फसलों को काफी नुकसान हुआ है. बारिश से कई कच्चे मकान भी क्षतिग्रस्त हुए. किसान बंटू सिंह ने बताया कि माधवपुर गांव के अधिकतर की आय के साधन किसानी व आम के बगीचे […]
गोगरी : अनुमंडल क्षेत्र में मंगलवार को हुई गरज के साथ तेज बारिश ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. फसलों को काफी नुकसान हुआ है. बारिश से कई कच्चे मकान भी क्षतिग्रस्त हुए. किसान बंटू सिंह ने बताया कि माधवपुर गांव के अधिकतर की आय के साधन किसानी व आम के बगीचे हैं. इस बार आम की फसल काफी अच्छी थी. ओलावृष्टि के कारण टिकोले गिरकर बर्बाद हो गये. कटघरा दियारा गांव के धीरज राय ने बताया कि क्षेत्र में मक्के की फसल चौपट हो गयी. रतन गांव के पैक्स अध्यक्ष फणीभूषण यादव ने बताया कि वर्षा से किसानों को काफी क्षति हुई है. सरकार सर्वेक्षण कराकर फसल क्षति की भरपाई करे. मालूम हो कि एक सप्ताह से अनुमंडल क्षेत्र मे लगातार हो रहे आंधी व बारिश ने किसानों को बेचैन कर दिया है.
खेतों में तैयार मकई की फसल को गिरा देख वह अपनी किस्मत का रोना रो रहे हैं. वहीं दियारा क्षेत्र के कटघरा, आश्रम, भूरिया आदि जगहों के किसानों का कहना है कि गाजर, चुकंदर, प्याज, कद्दू, परवल आदि सब्जियों के खेत में बारिश का पानी लगने से काफी नुकसान पहुंचा है. गेहूं की कटाई व खलिहान में पड़ी कट चुकी गेहूं की फसल के साथ ही आम की फसल बर्बाद हो गयी. कोरोना वायरस के बाद प्रकृति की इस मार ने किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें ला दी है. प्रखंड राजद अध्यक्ष व मुश्किपुर पैक्स अध्यक्ष कैलाशचंद्र यादव ने बताया कि आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश से किसान की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि पहले तेज आंधी आयी और फिर उसके बाद प्रखंड के कई गांवों में झमाझम बारिश से खेतों पर तैयार हो रही फसलें बर्बाद हो चुकी है.
राजद नेता ने किसानों की कर्ज माफी कर उचित मुआवजा देने की मांग सरकार से की है. मंगलवार के दिन आंधी तूफान के साथ साथ भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ ठंड के कारण लोग घरों में ही दुबके रहे. एक सप्ताह पूर्व से प्रत्येक दिन आंधी तूफान और भारी बारिश के कारण किसानों को काफी नुकसान हो रहा है. किसानों की खेतों में लगी गेहूं की फसल एवं कटनी कर रखें गेहूं के बोझे बरसात के पानी में भीगने से गेहूं की बाली में अंकुरण आना शुरू हो गया है.
कृषि समन्वयक के अनुमान के मुताबिक प्रखंड के 25 प्रतिशत खेतों में लगी हुई है गेहूं की फसल मक्के की फसल कटनी अभी बाकी है. भारी आंधी-तूफान के साथ बारिश होने के कारण खेतों में लगी मक्का की फसल गिरकर बर्बाद हो रहे हैं. आम लीची के बगीचे में लगी टिकोले एवं लीची की टिकोले भी आंधी पानी के कारण गिरकर काफी मात्रा में झड़ रहे हैं. किसान वकील अहमद ने बताया कि आंधी तूफान के साथ तेज बारिश के कारण जीएन बांध से दक्षिण दियारा क्षेत्र में लगे 10 बीघे में मक्के की फसल बर्बाद हो गयी.