महिला की जान बचाने के लिए ह्यूमैनिटी के अध्यक्ष ने किया रक्तदान
मालूम हो कि जिले में जरूरतमंद लोगों तक ब्लड उपलब्ध कराने के लिए ह्यूमैनिटी ग्रुप हमेशा तत्पर रहता है
खगड़िया. आए दिन खून की कमी से मरीजों को मौत का सामना करना पड़ता है. परिवार वाले भी खून देने से पीछे हट जाते हैं. वहीं ह्यूमैनिटी ग्रुप द्वारा बीते 6 सालों में निःस्वार्थ सेवा कर लोगों की जान बचाया जा रहा है. खगड़िया ही नहीं बिहार के किसी भी जिले में जरूरतमंद मरीजों को ह्यूमैनिटी द्वारा ब्लड डोनेट कराया जाता है. ताकि मरीज की जान बच जाय. यहीं कारण है कि बिहार के कई प्लेटफार्म पर ह्यूमैनिटी के संस्थापक सरदार मनीत सिंह उर्फ मन्नू को सम्मानित किया गया है. ह्यूमैनिटी के अध्यक्ष डॉ. जैनेंद्र नाहर व संस्थापक सरदार मनीत तथा उपाध्यक्ष नवीन गोयनका के साथ सैकड़ों रक्तवीरों ने अब तक दर्जनों लोगों की जान बचाई है. जिले में जब किसी मरीज को कहीं ब्लड उपलब्ध नहीं होता तो लोगों की नजर इस टीम की तरफ उठती है. गुरुवार को एक निजी क्लीनिक में इलाजरत एक महिला का होमोग्लोबिन का स्तर काफी नीचे चला गया. चिकित्सक द्वारा ब्लड की डिमांड की गयी. ब्लड बैंक में भी ब्लड उपलब्ध नहीं था. चिकित्सक ने ह्यूमैनिटी के संस्थापक मनीत सिंह मन्नू से संपर्क किया. ह्यूमैनिटी के अध्यक्ष डॉ जैनेंद्र नाहर अपनी पत्नी स्वाति नाहर के साथ रक्तदान करने ब्लड बैंक पहुंच गये. रक्तदान कर रक्तापूर्ति की. स्वाति नाहर भी रक्तदान करने को इक्छुक थी. डॉक्टर ने सिर्फ एक यूनिट आपूर्ति की ही बात कही थी. इसलिए उनको वापस लौटना पड़ा. मालूम हो कि जिले में जरूरतमंद लोगों तक ब्लड उपलब्ध कराने के लिए ह्यूमैनिटी ग्रुप हमेशा तत्पर रहता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है