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सात निश्चय योजना का जलमीनार उद्घाटन के पहले दिन ही हुआ ध्वस्त, 45 लाख की लागत से किया गया था तैयार

मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना(7 nishchay yojana) से बनी जलमीनार मोटर का स्विच आन करते ही धड़ाम हो गयी. मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट की हकीकत से पर्दा उठ गया और सुशासन की पोल खुल गई. हम बात कर रहे हैं सात निश्चय योजना की, जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता है. सीएम नीतीश का निश्चय इसलिए भी कहा जाता है कि चूंकि वे इस योजना का जिक्र अपनी हर सभा में करते हैं.

मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना(7 nishchay yojana) से बनी जलमीनार मोटर का स्विच आन करते ही धड़ाम हो गयी. मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट की हकीकत से पर्दा उठ गया और सुशासन की पोल खुल गई. हम बात कर रहे हैं सात निश्चय योजना की, जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता है. सीएम नीतीश का निश्चय इसलिए भी कहा जाता है कि चूंकि वे इस योजना का जिक्र अपनी हर सभा में करते हैं.

एक दिन भी नहीं चल सकी पानी की टंकी

गोगरी प्रखंड क्षेत्र के शेर चकला पंचायत के वार्ड संख्या 9 में मुख्यमंत्री सात निश्चय से हर घर नल का जल योजना में 30 सालों के लिए बनायी गयी पानी की टंकी एक दिन भी नहीं चल सकी. निर्माण कार्य में अनियमितता और घटिया सामग्री का आलम यह रहा कि यह टंकी जल मीनार निर्माण के उद्घाटन के पहले दिन ही ध्वस्त होकर गिर गयी. भ्रष्टाचार की टैंक एक दिन भी पानी का बोझ नहीं झेल पायी. स्विच ऑन होते ही धराशायी हो गयी.

45 लाख की लागत से किया गया था जलमीनार का निर्माण

बता दें कि गोगरी प्रखंड के शेरचकला पंचायत स्थित वार्ड 9 में करीब 45 लाख रुपये की लागत से हर घर नल-जल योजना के तहत स्वच्छ जल पहुंचाने को जलमीनार बनवाया गया था. जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते 28 अगस्त को रिमोट द्वारा किया था. लेकिन उद्घाटन के पहले दिन ही पानी से भरने के साथ ही अचानक जलमीनार ही ध्वस्त होकर गिर गया. जलमीनार गिरने की सूचना जंगल में आग की तरह फैल गई . इसकी सूचना मिलते ही डीएम आलोक रंजन घोष ने पीएचइडी विभाग के एक्सक्यूटिव इंजीनियर, जेइ और गोगरी बीडीओ को मौके पर भेजकर पूरे मामले की जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.

बड़ा हादसा होने से टल गया

हालांकि जलमीनार गिरने से कोई बड़ी दुर्घटना घटित नहीं हुई है. और एक बड़ा हादसा टल गया. स्थानीय लोगों की मानें तो जलमीनार के नीचे उस वक्त कोई नहीं था जिस वक्त यह घटना घटित हुई अन्यथा एक बड़ा हादसा हो सकता था. ग्रामीण ने घटिया निर्माण का आरोप लगाते हुए ध्वस्त टंकी के निर्माण पर प्रशासन पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि जलमीनार निर्माण अनियमितता की भेंट चढ़ गई. इस जलमीनार का घटिया निर्माण कार्य होने के कारण उद्घाटन जल मीनार निर्माण के एक दिन भी नहीं चली और चालू करते ही टूटकर ध्वस्त हो गया.

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कहते हैं एसडीओ

जलमीनार ध्वस्त होने की जानकारी मिली है. मौके पर पदाधिकारी ने पहुंचकर मामले की जांच किया है. जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपा जायेगा. और संबंधित एजेंसी और संवेदक पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई किया जायेगा.

सुभाषचंद्र मंडल एसडीओ गोगरी.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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