पछुआ हवा से बढ़ी कनकनी, दुबके रहे लोग, वाहनों की रफ्तार हुई धीमी
ठंड को लेकर सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है
11 बजे तक सूर्य का नहीं हुआ दर्शन
खगड़िया. पछुवा हवा व तापमान की कमी के कारण लोगों को कनकनी से जूझना पड़ रहा है. हालांकि रविवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री रहा. जबकि न्यूनतम तापमान 12 डिग्री मापा गया. ठंड को लेकर सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है. सुबह 11 बजे तक कुहासे के चादर में सड़कें लिपटी रही. लेकिन दिन भर हवा के साथ कनकनी कायम रहा. जिसके कारण बच्चे व बुजुर्ग काफी परेशान रहे. ग्रामीण व शहरी क्षेत्र मेंजगह-जगह अलाव जलाकर सर्द मौसम से लोग बचने का प्रयास कर रहे हैं. मजदूरों के लिए ठंड परेशानी का सबब बना हुआ है. पिछले तीन तीन दिनों से पारा नीचे लूढ़कने से कनकनी बढ़ गई है. लोग घर से निकलने में बच रहे हैं. जिला प्रशासन द्वारा शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में नि:सहाय लोगों के बीच कंबल का वितरण कर रहे हैं ताकि ठंड से बच सकें. रविवार को सूर्य का दर्शन तो हुआ, लेकिन पछुआ हवा के कारण मौसम सर्द ही रहा. पछुआ हवा और ठंड से लोग दिन भर परेशान रहे. बाजार और चौक चौराहों पर भी लोग कम देखे गए. विशेष जरूरत पर ही लोग घरों से निकल रहे हैं.
धूप निकला, लेकिन ठंड से लोगों को नहीं मिली राहत
शीतलहर का प्रकोप बढ़ा गया है. जिलेभर में ठंड के कारण लोगों का हाल बेहाल है. इससे लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है. लोग सुबह काफी विलंब तक अपने-अपने घरों में दुबके रहते हैं. कोई रूम हीटर का सहारा ले रहे हैं तो कोई अलाव के सहारे ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं. इस ठंड ने झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें और अधिक बढ़ा दी है. लोग दिनभर गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आये, बेहद जरूरी काम से ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकले. हालांकि धूप निकली, लेकिन भी ठंड से लोगों को राहत नहीं मिल पायी. कंपकपाती ठंड में भी प्रशासन की ओर से शहर के सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था नहीं किये जाने से लोगों में मायूसी दिखी. खासकर राजेन्द्र चौक, बेंजामिन चौक, बलुआही, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सदर अस्पताल, सन्हौली ढ़ाला आदि सार्वजनिक स्थलों पर लोग ठंड से बचने के लिए परेशान नजर आये. कोई चाय की दुकानों पर तो कोई दूसरे जगहों पर अलाव की उम्मीद में इधर-उधर भटकते नजर आये.ठंड में भी भर्ती मरीज को नहीं मिलता है कंबल व बेड सीट
सदर अस्पताल में भर्ती हुए मरीज को ठंड में भी कंबल व बेड सीट नहीं दिया जा रहा है. जिसके कारण मरीज व अभिभावक काफी परेशान हैं. रविवार को सदर अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे बुजुर्ग मरीजों को बेड सीट व कंबल नहीं दिया गया. बताया कि बीमारी से परेशान हैं ही ठंड से जीना मुश्किल हो रहा है. लेकिन, अस्पताल प्रशासन द्वारा ठंड से बचने के लिए कोई उपाय नहीं किया है. बताया जाता है कि ठंड को लेकर मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. सदर अस्पताल में खासकर बच्चे, बुजुर्ग व महिलाएं की संख्या अधिक है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है