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खतरे के निशान से ऊपर बह रही कोसी, प्रभावित टोले के लोगों की बढ़ी धड़कनें

प्रखंड क्षेत्र के कोसी नदी में शनिवार की सुबह से अचानक शुरू हुई अप्रत्याशित बढ़ोतरी से इलाके के लोग खतरे के निशान के ऊपर बह रही कोसी को देख संभावित जलप्रलय के खतरे से सहमे हुए हैं.

कोसी बराज से लगातार हो रहे वाटर डिस्चार्ज एवं मुसलाधार बारिश से हाई अलर्ट जारी, बेलदौर. प्रखंड क्षेत्र के कोसी नदी में शनिवार की सुबह से अचानक शुरू हुई अप्रत्याशित बढ़ोतरी से इलाके के लोग खतरे के निशान के ऊपर बह रही कोसी को देख संभावित जलप्रलय के खतरे से सहमे हुए हैं. कोसी बराज से लगातार हो रहे वाटर डिस्चार्ज एवं मुसलाधार बारिश से जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी से संभावित बाढ के खतरे को गंभीरता से लेते जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में आकर सभी आवश्यक तैयारी में जुट गए हैं. कोसी नदी किनारे रह रहे गांवों में हाई अलर्ट जारी कर दी गई. इसको लेकर बाढ से प्रभावित होने वाले विभिन्न गांवों में राजस्व कर्मचारियों द्वारा लाउडस्पीकर के माध्यम से माइकिंग कर लोगों को अलर्ट किया जा रहा है. वहीं कोसी बैरेज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से उत्पन्न हुई संभावित बाढ के खतरे से निबटने के लिए जिला प्रशासन के निर्देश पर कोसी नदी के किनारे बसे इतमादी, बलैठा, डुमरी पचाठ आदि गांवों में प्रचार प्रसार कर लोगों से संतर्क रहने का अनुरोध किया जा रहा है. बेलदौर अंचल के सीओ अमित कुमार के निर्देश पर राजस्व कर्मचारी सन्नी कुमार, विनोद कुमार, गोपाल मिश्र आदि गांव गांव पहुंचकर लोगों को माईकिंग के जरिए कोसी नदी में बढ़ते जलस्तर को लेकर जागरूक कर रहे हैं. वहीं सितंबर माह के अंत में बाढ के संकट से निजात मिल जाने की उम्मीद से लोग राहत की सांस ले रहे थे लेकिन अचानक जलस्तर में बढ़ोतरी एवं हाई अलर्ट जारी किए जाने की सूचना से बलैठा पंचायत के डुमरी घाट, मुनि टोला एवं नवटोलिया समीप उफान भरती कोसी लोगों को रतजगा के लिए विवश कर दिया है तो वहीं इतमादी के गांधीनगर एवं पचबीघी के लोग बाढ के संकटों से जुझते नाव से आवाजाही करने को विवश है. इसके अलावे कुर्बन, दिघौन के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. हालांकि जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी देख संभावित बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए पुरी तरह मुस्तैद बलैठा मुखिया विरेन्द्र उर्फ कारे सहनी ने बताया कि दो दिन में जलस्तर में करीब तीन हाथ की बढ़ोतरी हुई है. कोसी खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर बह रही है लेकिन खतरे की स्थिति अभी तक नहीं है. इस संबंध में बाढ प्रमंडल टू के जेई मणिकांत कुमार ने बताया कि कोसी नदी के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी कोसी बराज से पानी छोड़े जाने के कारण हुईं हैं, रविवार को कोसी नदी का जलस्तर 34.80 मीटर दर्ज हुआ जबकि शनिवार की सुबह बलतारा गेज पर कोसी नदी का जलस्तर 33.36 दर्ज हुई वहीं शाम तक 64 मीटर बढ़ोतरी के साथ जलस्तर 34.10 सेंटीमीटर तक पहुंच गई. जबकि खतरे का निशान 33.85 सेंटीमीटर चिह्नित है. इन्होंने बताया कि अभी तक कोसी बराज से छोडे गये करीब छह लाख क्यूसेक पानी उसराहा तक नहीं पहुंची है. इसके बावजूद दो दिन के अंदर डेढ़ मीटर की अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है. सीओ अमित कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर बाढ से प्रभावित होने वाले गांव में हाई अलर्ट जारी कर सतर्कता को लेकर प्रचार प्रसार करवाया जा रहा है. इसके अलावे संभावित बाढ से प्रभावित होने वाले प्रखंड के नपं समेत सभी ग्राम पंचायतों में ऊंचे शरणस्थली, सामुदायिक किचन एवं राहत व बचाव शिविर चिह्नित कर आवश्यक सहयोग को लेकर पदाधिकारी एवं कर्मी की प्रतिनियुक्ति कर जिम्मेवारी सौंप दी गई है.

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