जिले में जमीन सर्वेक्षण ने पकड़ी रफ्तार
जिले में जमीन सर्वेक्षण ने पकड़ी रफ्तार
जिले में जमीन सर्वेक्षण ने पकड़ी रफ्तार, 17 हजार किसानों ने जमा किये जमीन के कागजात
15 हजार स्व-घोषणा पत्र को विभाग के साइट पर किया गया अपलोड
राज्य स्तर से जारी रैंकिंग में कई जिले को पीछे छोड़ खगड़िया पहुंचा टॉप टेन मेंजमीन सर्वे के मामले में खगड़िया कई जिले को पीछे छोड़ टॉप टेन ( पहले चरण के भू – सर्वे में ) शामिल हो गया है. भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय द्वारा जारी जिले की रैंकिंग में खगड़िया नौवें स्थान पर पहुंच गया है. जबकि छह माह पूर्व जिले का रैंकिंग 18वां था. इस सूची में शेखपूरा जिला सबसे ऊपर है. यहां सभी जिले से बढ़िया काम हुआ है .खगड़िया का पड़ोसी जिला मुंगेर दूसरे तथा बेगूसराय छठे स्थान पर है. बता दें कि पहले चरण में खगड़िया, बेगूसराय, मुंगेर सहित सूबे के 20 जिलों में जमीन सर्वेक्षण का कार्य आरंभ हुआ था. यहां के चार अंचल क्रमशः अलौली, बेलदौर, गोगरी तथा चौथम में पहले चरण में करीब तीन साल पहले जमीन सर्वेक्षण का कार्य शुरू हुआ था. लेकिन आरंभ के कई महीने तक इन चारों अंचलों में जमीन सर्वेक्षण की स्थिति बहुत ही खराब रही. संसाधनों का अभाव, लोगों में जागरूकता की कमी, कई मौजा का भू-अभिलेख यानि खतियान, रिटर्न आदि उपलब्ध नहीं रहने कारण के साथ-साथ वर्ष 2023 में कई माह तक जिले में बंदोबस्त पदाधिकारी की पोस्टिंग नहीं होने एवं प्रभार में रहे पदाधिकारी द्वारा कार्य में रूचि नहीं लेने पर्यवेक्षण के अभाव में जमीन सर्वेक्षण की स्थिति काफी बदतर हो गई. लेकिन अब कई जिलों को पछाड़कर खगड़िया राज्य भर में नौंवे स्थान पर पहुंच गया है .
एक नजर प्रथम चरण में हो रहे भू-सर्वे की प्रगति परपहले चरण में अलौली, चौथम, गोगरी एवं बेलदौर अंचल के 157 मौजा में जमीन सर्वे का कार्य आरंभ हुआ था. वर्तमान में अंतिम प्रकाशन 16 राजस्व ग्राम में हो चुका है. इन सभी राजस्व ग्राम में सुनवाई के बाद जल्द ही खतियान बनकर तैयार हो जायेगा. वहीं 88 राजस्व ग्राम में प्रारूप प्रकाशन हो चुका है. जिला बंदोबस्त पदाधिकारी अरुण कुमार झा बताते हैं कि 16 राजस्व ग्राम में कार्रवाई अंतिम स्टेज में है. यहां जल्द ही अंतिम प्रकाशन हो जायेगा. शेष बचे 62 मौजा में खानापूरी का कार्य समाप्त हो चुका है.
दूसरे चरण में 17 हजार से अधिक प्राप्त हुए प्रपत्र ” दो “
पहले चरण में हो रहे भू-सर्वे की स्थिति जहां अच्छी हुई है, वहीं दूसरे चरण में खगड़िया, मानसी और परबत्ता प्रखंड में पिछले महीने आरंभ हुए जमीन सर्वेक्षण की प्रगति और भी बेहतर है. इन तीनों अंचलों 17 हजार 526 भू- धारियों ने प्रपत्र ” दो ” में अपने जमीन का ब्योरा जमीन सर्वे के लिए विशेष सर्वेक्षण अमीन को सौंपे हैं. ऑफ लाइन से अधिक भू-धारी ऑन लाइन स्व-घोषणा पत्र / प्रपत्र ” दो ” जमा कराए हैं. जमीन सर्वे के लिए ऑफ लाइन जहां 74 सौ भू-धारियों ने अमीन व शिविर कार्यालय में प्रपत्र ” दो ” जमा किये हैं , वहीं 10 हजार 112 भू-धारियों ने बिना शिविर कार्यालय आए ऑन लाइन स्व-घोषणा पत्र जमा किये हैं.15 हजार स्व-घोषणा पत्र हुआ अपलोड
दूसरे चरण में प्राप्त 17 हजार के विरूद्ध 15 हजार स्व-घोषणा पत्र को विभागीय साइट पर अपलोड कर दिया गया है, जिसे भू-धारी स्वयं तथा कोई भी व्यक्ति देख सकते हैं. स्व-घोषणा पत्र अपलोड किये जाने के दो फायदे होंगे. पहला यह कि अगर किसी भू-धारी का कोई कागजात अपलोड नहीं हुआ है तो वे इसकी जानकारी/शिकायत सर्वेक्षण पदाधिकारी से कर सकेंगे. दूसरा फायदा यह होगा कि किसी भू-धारी ने अगर गलत कागजात ( वंशावली आदी ) अथवा दूसरे के जमीन का खाता, खेसरा दिया है तो कोई भी व्यक्ति इसकी शिकायत संबंधित पदाधिकारी से कर सकेंगे . कहते हैं अधिकारचार अंचल क्रमशः अलौली, चौथम, बेलदौर और गोगरी में पहले चरण में जमीन सर्वेक्षण का कार्य आरंभ हुआ था. राज्य स्तर से जारी रैंकिंग में इस जिले का स्थान नौंवा रहा है. वहीं दूसरे चरण में तीन अंचल क्रमशः परबत्ता, मानसी एवं खगड़िया अंचल में जमीन सर्वेक्षण का कार्य पिछले महीने आरंभ हुआ है . इन तीनों अंचलों में 17 हजार से अधिक भू-धारियों ने ऑन लाइन तथा ऑफ लाइन स्व-घोषणा पत्र जमा कराए हैं. जिसमें करीब 15 हजार प्रपत्र दो / स्व- घोषणा पत्र को अपलोड कर दिया गया है. जिसे भू-धारी सहित कोई भी व्यक्ति देख सकते हैं.
अरुण कुमार झा, बंदोबस्त पदाधिकारी खगड़िया.
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