मानसून की पहली मुसलाधार बारिश में ही जनजीवन हुआ अस्तव्यस्त

प्रखंड क्षेत्र में अहले सुबह से ही शुरू हुई मानसून की पहली मूसलाधार बारिश से ही जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया

By Prabhat Khabar Print | July 2, 2024 11:49 PM

बेलदौर. प्रखंड क्षेत्र में अहले सुबह से ही शुरू हुई मानसून की पहली मूसलाधार बारिश से ही जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. वहीं मुसलाधार बारिश से आगत धान उत्पादक किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई तो वहीं बारिश की आस एक दो दिन के अंदर बिचड़ा के लिए बीज डालने वाले किसानों को जलजमाव से इसके बर्बाद होने की चिंता सताने लगी है. जानकारी के मुताबिक मंगलवार की सुबह 5 बजे से मुसलाधार बारिश शुरू हुई एवं लगातार हो रही बारिश से नपं बेलदौर के बाजार समेत आसपास के मुहल्ले में सड़कों पर जलजमाव से आवागमन की संकट उत्पन्न हो गई. वहीं बारिश शुरू होने के साथ ही बिजली भी गुल हो गई. लेकिन विद्युत कर्मियों ने मट्ठा से सोनवर्षा राज के आसपास फाल्ट ढुढकर उसे दुरुस्त कर शाम करीब छह बजे तक विद्युत सेवा बहाल करने में सफल रहे. हालांकि इस दौरान पावर कट आफ के कारण बिजली आती जाती रही. वहीं नपं के बाजार परिसर में बारिश पूर्व पक्की नाले की साफ सफाई एवं क्षतिग्रस्त भाग के दुरस्त नहीं किए जाने के कारण पीसीसी पथ पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई एवं नाले में फंसे कचरा बारिश का पानी के साथ सड़क पर आकर दुर्गंध देने लगा. इससे ग्रामीणों को आवाजाही करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं सीएचसी में तब्दील पीएचसी परिसर में बारिश का पानी फंस गया है, पीएचसी परिसर तालाब में तब्दील हो गया है. इसके कारण चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी समेत मरीज एवं इनके अभिभावकों को आवाजाही करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मानसूनी बारिश की आस में टकटकी लगाए इलाके के किसानों में सत्यनारायण मंडल परशुराम शर्मा ,छट्ठू शर्मा, नंदलाल शर्मा, बबलू झा, राधे पासवान, हरिहर दास समेत तेज नारायण गुप्ता दिलीप शर्मा समेत दर्जनों ने बताया कि बारिश नहीं होने के कारण धान का बीज जल रहा था, अब अचानक हो रही मुसलाधार बारिश से नये लगाऐ गये बीच को जलजमाव से नुकसान हो सकता है तो वहीं आगत बिचड़ा लगाने वाले किसानों के लिए बारिश संजीवनी का काम करेगी. वहीं बाजार के किराना, कपड़ा,फल सब्जी समेत जेवर दुकानदारों में बारिश के कारण मायूसी छाई हुई थी. लगातार हो रही बारिश से सड़कों पर पसरे सन्नाटा से कारोबारी मायूस तो किसान खुश नजर आ रहे थे. जबकि बिजली की लुकाछिपी लगातार जारी है.

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