प्रतिनिधि, खगड़िया साहेबपुर कमाल व उमेश नगर स्टेशन के बीच ट्रेन का चेन पुलिंग कर शराब का खेप उतार रहे तस्करों ने जीआरपी व आरपीएफ पर बीते 16 अप्रैल की रात फायरिंग किया था. पुलिस पर फायरिंग करने व शराब तस्कर में फरार बेगूसराय के दो तथा भागलपुर के एक तस्कर को आरपीएफ ने गिरफ्तार किया है. आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार राम ने बताया कि बीते 16 अप्रैल को गाड़ी संख्या 12488 डाउन में शराब माफियाओं द्वारा साहेबपुर कमाल और उमेश नगर स्टेशन के बीच ब्लॉक सेक्शन में रात के अंधेरे में अलार्म चेन पुलिंग कर शराब उतारने पर आरपीएफ/ जीआरपी खगड़िया द्वारा भारी मात्रा में शराब पकड़ लिए जाने पर शराब माफियाओं द्वारा पुलिस बल पर फायरिंग की. प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि बीते 10 सितंबर 24 को गुप्त सूचना मिली कि जीआरपी कांड संख्या 40/24 में संलिप्त तीन अभियुक्त गाड़ी संख्या 12506 डाउन नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस से अपने घर बेगूसराय आ रहा है. इसके बाद स्थानीय जीआरपी व आरपीएफ उक्त ट्रेन का बरौनी स्टेशन पर इंतजार करने लगे. गाड़ी के बरौनी 11 सितंबर की दोपहर पहुंचने पर चेकिंग कर तीनों व्यक्तियों को पकड़ लिया गया. पकड़ाये तीनों लोगों ने नाम व पता बताया. बताया जाता है कि भागलपुर जिले के गोपालपुर थाना क्षेत्र के लतरा वार्ड संख्या 11 निवासी अजीत यादव के पुत्र गौरव कुमार, बेगूसराय जिले के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर वार्ड संख्या 12 निवासी स्व अरविंद यादव के पुत्र सनी कुमार, बेगूसराय जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पत्थला टोल वार्ड संख्या 01 निवासी सीताराम यादव के पुत्र कन्हैया कुमार से पूछताछ कर गिरफ्तार किया गया. आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पकड़ाये तीनों युवक ने स्वीकार किया कि वह 16 अप्रैल को पुलिस पर की गयी फायरिंग मामले में शामिल था. गिरफ्तार युवक ने स्वीकार किया कि वह अपने अन्य साथियों के साथ बीते 15 अप्रैल को जमालपुर से गाड़ी पड़कर ब्रह्मपुत्र मेल से पंडित दीनदयाल उपाध्याय पहुंचे थे. पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन से शराब लेकर जनरल बोगी के बाथरूम में प्लाई खोलकर अंदर में सेट कर इधर-उधर बैठकर सभी आ रहे थे. गाड़ी बेगूसराय से खुलने के पश्चात साहेबपुर कमाल और उमेश नगर के बीच अनाधिकृत के रूप से एसीपी कर शराब उतरने लगे थे. तभी पुलिस वालों को पीछा करते देखा वह शराब छोड़कर भाग गये, लेकिन संगठित होकर पुलिस से शराब छुड़ाने के लिए फायरिंग करते हुए नजदीक पहुंच गये, लेकिन आरपीएफ के प्रतिरोध फायरिंग करने पर वह मौके से फरार हो गया. तत्पश्चात पकड़ाये तीनों का डिजिटल साक्ष्य उपलब्ध होने पर उक्त कांड के अनुसंधान करता द्वारा गिरफ्तार कर मामले में जेल भेज दिया गया है. उक्त कांड में पहले भी कांड में संलिप्त दो अभियुक्त की गिरफ्तारी हो चुकी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है