7.49 करोड़ से मां कात्यायनी मंदिर का होगा जीर्णोद्धार, टेंडर जारी
7.49 करोड़ से मां कात्यायनी मंदिर का होगा जीर्णोद्धार, टेंडर जारी
खगड़िया स्थित मां कात्यायनी धाम सहित मधुबनी के विद्यापति मेमोरियल बिस्फी व सिंहेश्चर स्थान मधेपुरा में 30 करोड़ रुपये से होगा विकास का काम
बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने जारी किया ई-टेंडर, 29 सितंबर से 16 अक्टूबर तक डाली जायेगी निविदा, 18 महीने के अंदर पूरा करना होगा काम
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मेरा सपना है कि मां कात्यायनी धाम पर्यटन का प्रमुख केंद्र बने. इसके लिए लगातार प्रयासरत थे. राज्य सरकार ने इस मंदिर की महत्ता को समझते हुये विकास कार्य के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है. जल्द ही मां कात्यायनी धाम में भक्तों की सुविधा के लिए विकास के कई काम होंगे. साथ ही मंदिर परिसर को नया लुक दिया जायेगा. इसके लिए एनआइटी के एक्सपर्ट ने डिजाइन तैयार किया है. बिहार राज्य टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड की देखरेख मेें जल्द ही मां कात्यायनी धाम को पर्यटन के लिहाज से विकसित करने का काम पूरा किया जायेगा. जो इस इलाके की विकास के द्वार खोलने वाला साबित होगा.विनय, खगड़िया
मां कात्यायनी मंदिर सहित बिहार के तीन मंदिरों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने खजाना खोल दिया है. करीब 30 करोड़ रुपये की लागत से खगड़िया के मां कात्यायनी धाम, मधुबनी बिस्फी स्थित विद्यापति मेमोरियल व सिंहेश्वर मंदिर मधेपुरा का विकास किया जायेगा. मां कात्यायनी धाम के विकास पर 7.49 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. वहीं मधुबनी के विद्यापति ममोरियल पर सबसे ज्यादा 18.37 करोड़ रुपये व मधेपुरा स्थित सिंहेश्वर मंदिर में सुविधा के विस्तार पर 4.44 करोड़ रुपये से काम होगा. इसके लिए बिहार स्टेट टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड टेंडर जारी कर दिया है. 17 सितंबर से लेकर 16 अक्टूबर तक टेंडर डालने की तिथि है. मंदिर के डिजाइन सहित अन्य कार्य के लिए एनआइटी के एक्सपर्ट की राय ली गयी है. टेंडर फाइनल होने के बाद 18 महीने के अंदर एजेंसी को काम पूरा करना होगा. एजक्यूटिव इंजीनियर (नार्थ) के अनुसार आने वाले दिनों में बिहार के मां कात्यायनी धाम के अलावा मधुबनी विद्यापति मेमोरियल सहित सिंहेश्वर मंदिर को पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जायेगा.पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनेगा मां कात्यायनी धाम
पर्यटन विभाग द्वारा राशि स्वीकृत किये जाने के बाद मां कात्यायनी धाम के विकास का रास्ता खुल गया है. प्रसिद्ध मां कात्यायनी स्थान मंदिर भव्य बनेगा. राज्य सरकार ने मंदिर के पर्यटन के लिहाज से विकसित बनाने के लिए 7.49 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. मंदिर परिसर का विकास, आकर्षक प्रवेश द्वार, श्रद्धालुओं के लिए ठहरने, खाने पीने, रहने, नहाने, सोने के लिए आधुनिक सुविधा से युक्त कमरे रहेंगे. भोजनालय, शौचालय, पेयजल आदि सुविधाओं को आधुनिक बनाया जायेगा. मां कात्यायनी शक्तिपीठ के पुनर्विकास को लेकर पर्यटन विभाग ने यह महत्वपूर्ण फैसला लिया है. इससे मंदिर की खूबसूरती बढ़ने के साथ पर्यटन भी बढ़ेगा. श्रद्धालुओं को कई आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी. लिहाजा, पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. बरसों से इस इलाके के लोगों द्वारा मां कात्यायनी स्थल को पर्यटन स्थल बनाने की मांग की जाती रही है. अब जाकर सपना साकार होने वाला है.मंदिर के विकास से खुलेंगे विकास के द्वार, इलाके में आयेगी समृद्धि
जिला मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर दूरी पर कोसी नदी के किनारे धमारा घाट रेलवे स्टेशन के समीप स्थित है. यहां रेल व सड़क रुट से जाया जा सकता हे. आने वाले दिनों में मानसी से सहरसा सड़क बन रही है. मां कात्यायनी मंदिर के विकास होने से इलाके में विकास के द्वार खुलने वाले हैं. इससे इलाके के लोगों की आर्थिक स्थित सुधरने के साथ रोजगार के अवसर भी विकसित होने की संभावना है. यहां देश विदेश से श्रद्धालु पूजा करने आते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है